सीमा सुरक्षा बल (BSF) को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में बड़ी सफलता हाथ लगी है। बीएसएफ की 136वीं बटालियन के जवानों ने पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में भानेवाला गांव के पास स्थित खेतों से हेरोइन के 15 पैकेट बरामद किए हैं। इनका कुल वजन 8.600 किलोग्राम बताया गया है।
बरामद पैकेट्स पीले रंग के चिपकने वाले टेप में लिपटे हुए थे और प्रत्येक में लोहे के हुक एवं प्रकाश उत्पन्न करने वाला उपकरण (luminous device) लगाया गया था। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि ये सभी संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि मादक पदार्थों की यह खेप ड्रोन के माध्यम से पाकिस्तान से भारत में गिराई गई थी।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, “आज तड़के नियमित गश्त के दौरान भानेवाला गांव के समीप एक खेत में संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया गया। जांच के दौरान मिट्टी में दबाकर रखे गए 15 पैकेट मिले, जिनमें हेरोइन होने की पुष्टि हुई। यह पाकिस्तान स्थित ड्रग सिंडिकेट द्वारा ड्रोन के ज़रिए हेरोइन गिराने की एक और साजिश थी, जिसे नाकाम कर दिया गया।”
नेटवर्क के मंसूबे तबाह
उन्होंने आगे कहा कि यह बरामदगी पाकिस्तान प्रायोजित नशा तस्करी नेटवर्क के मंसूबों पर करारा प्रहार है और बीएसएफ की सीमा पार से हो रही अवैध गतिविधियों पर सतर्क निगरानी का प्रमाण है।
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान सीमा से लगे पंजाब के कई सेक्टरों में ड्रोन के ज़रिए मादक पदार्थों, हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आती रही हैं। बीएसएफ ने इन खतरों से निपटने के लिए ड्रोन रोधी तकनीकों, सतर्क निगरानी और स्थानीय इंटेलिजेंस नेटवर्क को मजबूत किया है।
जांच के लिए भेजी गई हेरोइन
बीएसएफ ने जब्त हेरोइन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और पूरे इलाके में तलाशी अभियान जारी है। एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस खेप को प्राप्त करने के लिए भारतीय पक्ष में किन लोगों की भूमिका थी। स्थानीय पुलिस और खुफिया इकाइयों को भी इस मामले में अलर्ट कर दिया गया है।
बीएसएफ द्वारा समय-समय पर की जाने वाली ऐसी कार्रवाई न केवल अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा को मजबूत करती है, बल्कि युवाओं को नशे के जाल में धकेलने वाली गतिविधियों पर भी नियंत्रण रखने में सहायक है।