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भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस अब देश के विरोध में उतर आई है. यह किसी तरह संयोग नहीं है, बल्कि एक सोची समझी साजिश की तरह है. अमेरिकी उद्योगपति सोरोस के इशारों पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. सोरोस की ओर से संचालित और प्रायोजित संगठन में सोनिया गांधी प्रेसिडेंट थी? उनका एजेंडा था कि भारत को कश्मीर से अलग किया जाए. क्या यह सच नहीं है? चीन के साथ भी राहुल गांधी का और कांग्रेस पार्टी के परिवार एक एमओयू हुआ है?
भारत के खिलाफ काम किया
उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस ने बार-बार भारत के खिलाफ काम किया है. कांग्रेस पार्टी कभी सेना का विरोध तो कभी संविधान विरोधी एजेंडे काम करती रही है. भारत के टुकड़े करने का एजेंडा भी उन्हीं का है. भाजपा सांसद संबित पात्रा के अनुसार, मोहन भागवत ने कभी भी यह नहीं कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी नहीं मिली. उन्होंने तो यह कहा कि हमें राजनीतिक स्वतंत्रता मिली और हमारे देश की बागडोर हमारे हाथ में जरूर आई. मगर राम मंदिर बनने के बाद देश की प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ.
इंडियन सिस्टम के खिलाफ लड़ना होगा
उन्होंने कहा, राहुल गांधी जैसा शख्स सरकार के आलोचक हैं. उन्हें लगता है कि उन्हें मैच्योरिटी दिखानी चाहिए. पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने मोहब्बत की दुकान के अंदर जो समान रखा है वह लड़ाई का है. उनको भारतीय जनता के साथ लड़ना है. आज उन्होंने यह भी बोल दिया कि उन्हें इंडियन सिस्टम के खिलाफ लड़ना होगा. अब जिस शख्स ने एलओपी रहते खुलेआम भारत के खिलाफ युद्ध शुरू किया हो, उसके विषय में क्या कहना चाहिए.
बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन का कहना है कि राहुल गांधी की लड़ाई खुद की पहचान को लेकर है. राहुल खुद का व्यक्तित्व उनके लिए काफी चुनौती भरा है. उनका मानना है कि भाजपा ही उनके लिए काफी है. उनके दादाजी से लेकर पिताजी तक ने संघर को घेरने का काम किया. मगर सफल नहीं हो पाए.