Changur Baba: उत्तर प्रदेश ATS और ईडी की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे छांगुर बाबा को लेकर कई चौंकाने वाला खुलासे हो रहे हैं. एक बार फिर जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की सच्चाई सामने आई है. ये काली सच्चाई हर किसी को हैरान करने वाली है. दरअसल शुरुआत में यह मामला सिर्फ धर्मांतरण से जुड़ा दिख रहा था, लेकिन जैसे-जैसे इस मामले में पूछताछ और जांच का दायरा बढ़ रहा इसके तार कई जगहों पर उलझे नजर आ रहे हैं.
धर्मांतरण के साथ कुछ और भी था छांगुर का प्लान
ताजा खुलासा इस मामले को भी पाकिस्तान से जोड़ता नजर आ रहा है. दरअसल पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और देशविरोधी साजिशों को लेकर भी छांगुर बाबा का खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा सिर्फ धर्म बदलवाने का खेल नहीं खेल रहा था, बल्कि हिंदुस्तान में सांप्रदायिक जहर घोलकर उसे तोड़ने की एक गहरी साजिश रच रहा था.
धर्मांतरण का नेटवर्क क्या कर रहा था
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा ने जो धर्मांतरण का नेटवर्क खड़ा किया था. बताया जा रहा है कि इसमें 1000 से ज्यादा युवाओं की फौज थी. खास बात यह है कि जमालुद्दीन इसका इस्तेमाल वह ISI से संपर्क साधने के लिए कर रहा था. बताया जा रहा है कि नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित पाकिस्तानी दूतावास में ISI एजेंटों की एक गुप्त बैठक हुई थी, जिसमें छांगुर बाबा के नेपाल कनेक्शन के जरिए बातचीत करने की कोशिश की गई.
अतीक अहमद से भी निकला कनेक्शन
छांगुर का एक और बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल उसका एक कनेक्शन यूपी के माफिया अतीक अहमद से भी निकला है. छांगुर ने अपना घोड़ा अतीक अहमद को दिया था. ये घोड़ा छांगुर ने 2014 के चुनाव के नामांकन के दौरान दिया था. यही नहीं अतीक इस घोड़े पर सवार होकर बलरामपुर नगर की ओर से कलेक्ट्रेट गया था. इस दौरान अतीक ने बीजेपी समर्थकों की ओर घोड़े को दौड़ा दिया था.
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