भारत के लिए बांग्लादेश बना नया सरदर्द, पाक परस्त आतंकवाद और चीन की बढ़ती सक्रियता चिंता का विषय

बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के कमजोर होने के बाद वहां जिहादी और आतंकी संगठनों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. इस स्थिति का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान, बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है.

Madhurendra Kumar & Mohit Sharma
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india vs bangladesh Photograph: (india vs bangladesh)

पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से पहले ही जूझ रहे भारत के लिए अब बांग्लादेश से बढ़ते खतरों ने नई चुनौती खड़ी कर दी है. हाल ही में असम में बांग्लादेश से घुसपैठ करने वाले दो आतंकियों की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है. जांच में खुलासा हुआ है कि ये एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा थे, जिसका उद्देश्य भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देना था.

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गौरतलब है कि पाकिस्तान, जो जम्मू-कश्मीर के रास्ते अपने नापाक इरादों को अंजाम देने में विफल हो रहा है, अब बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए अपनी साजिशें रच रहा है. असम में अब तक ऐसे 10 आतंकियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जो अंसारूल बंगला टीम से जुड़े हुए हैं. इस संगठन का संबंध अल कायदा से भी बताया जा रहा है.

बांग्लादेश में बढ़ रहे आतंकी तत्व और पाकिस्तान का प्रभाव

बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के कमजोर होने के बाद वहां जिहादी और आतंकी संगठनों का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है. इस स्थिति का फायदा उठाते हुए पाकिस्तान, बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है. ऐसा पहली बार हो रहा है जब बांग्लादेश ने पाकिस्तान आर्मी को अपने यहां ट्रेनिंग के लिए आमंत्रित किया है.

सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान ने बांग्लादेश को 40 हजार राउंड गोला-बारूद, 2000 राउंड टैंक एम्युनिशन और 40 टन RDX सप्लाई करने का ऑर्डर भी दिया है. इसके अलावा, पाकिस्तान की ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल शहीर शमशाद मिर्जा ने बांग्लादेश को सैन्य ट्रेनिंग का प्रस्ताव भेजा, जिसे स्वीकार कर लिया गया.

चीन की बढ़ती सक्रियता और भारत के लिए चुनौतियां

पाकिस्तान और बांग्लादेश के नजदीकी रिश्तों का फायदा उठाने के लिए चीन भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है. चीन की नजर भारत के रणनीतिक 'चिकन नेक' कॉरिडोर पर है. अगर बांग्लादेश और पाकिस्तान की जोड़ी नॉर्थ-ईस्ट के रास्ते आतंकी गतिविधियों को बढ़ाती है, तो चीन को भारत के खिलाफ अपने इरादों को अंजाम देने में और सहूलियत मिलेगी.

चीन पहले ही बांग्लादेश में भारी सैन्य निवेश कर चुका है. बांग्लादेश को दो डीजल अटैक सबमरीन, चार गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट, और कई सेमी-स्टील्थ पेट्रोल क्राफ्ट मुहैया कराने के अलावा वहां के शिपयार्ड में सैन्य जहाज भी तैयार कर रहा है. इसके अलावा, चीन ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत बांग्लादेश को 2% ब्याज दर पर लोन देकर उसे वित्तीय संकट में धकेल दिया है.

भारत के लिए बढ़ती सुरक्षा चुनौतियां

बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच बढ़ती निकटता, आतंकवाद का उभार और चीन की सैन्य सक्रियता भारत के लिए नई सुरक्षा चुनौतियां पेश कर रही हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा बढ़ानी होगी, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी इन मुद्दों का समाधान खोजना होगा.

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