बालाकोट में भारतीय युद्धक विमानों ने 26 फरवरी 2019 को एयर स्ट्राइक की थी. इस हवाई हमले के छह साल बाद भी पाकिस्तान इस कार्रवाई में मारे गए आतंवादियों की संख्या का जिक्र नहीं करता है. वह हताहतों की संख्या को बताना नहीं चाहता है. पाकिस्तान लगातार झूठा एजेंडा चलाता रहा है. हालांकि एयर स्ट्राइक का खौफ आज भी पाकिस्तान में देखा गया है. बालाकोट के पास जब्बा टाप इलाके के तालीम उल कुरान मदरसा और आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग सेंटर के आसपास पाकिस्तान फौज ने छह साल बीतने के बाद भी सख्त कर्फ्यू लगाया है. यहां पर किसी आम या खास के आने की इजाजत नहीं है.
इस घटना का खौफ देखा गया
पाकिस्तान के आतंकी संगठनों में इस घटना का खौफ देखा गया है. बताया जाता है कि आतंकी यहां पर दिन में ट्रेनिंग के लिए आते हैं मगर शाम होते ही वह इस जगहों को छोड़ देते हैं. वहीं आतंकवादी संगठनों के बड़े सरगना यहां पर आने से डरते हैं. इस इलाके से दूर बस्तियों में आतंकवादियों ने अपना ठिकाना बनाया हुआ है. जिससे यहां पर कोई एयर स्ट्राइक ना हो सके.
पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक
14 फरवरी, 2019 को आतंकियों ने श्रीनगर में पुलवामा हमला किया था. इसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से बदला लेने की ठानी. देश में काफी आक्रोश था. अटैक के 12 दिनों के बाद 25-26 फरवरी, 2019 की रात को सेना पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया. इसमें करीब 300 अतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया.
2024 में सीमा पर कई नाकाम आतंकी हमले हुए हैं. कुल 444 आतंकी हमलों में अब 685 सुरक्षा बलों ने अपनी जान गंवाई. 2024 में, पाकिस्तान में नागरिकों, सुरक्षा कर्मियों और अपराधियों के बीच हिंसा में 2,546 लोगों की मौत हुई. वहीं 2,267 घायल हुए. 2024 में कुल हताहतों की संख्या 4,813 थी.