/newsnation/media/media_files/2025/09/25/siddaramaiah-and-azim-premji-2025-09-25-19-08-24.jpg)
सीएम सिद्धारमैया और अजीम प्रेमजी Photograph: (ANI)
बेंगलूरु की ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विप्रो से खास अनुरोध किया था. उन्होंने कंपनी से अपील की थी कि आउटर रिंग रोड पर जाम कम करने के लिए विप्रो कैंपस के अंदर की सड़क से कुछ गाड़ियों को गुजरने की इजाजत दी जाए. लेकिन विप्रो के फाउंडर अजीम प्रेमजी ने इनकार कर दिया.
प्रेमी जी ने दे दिया ऐसा सुझाव
प्रेमजी ने सीएम को लिखी चिट्ठी में कहा कि वह बेंगलुरु ट्रैफिक की गंभीर समस्या को समझते हैं और सरकार की कोशिशों की सराहना भी करते हैं. खासकर इब्लूर जंक्शन के पास जाम कम करने के लिए तुरंत कदम उठाना जरूरी है. लेकिन उनका मानना है कि इस जटिल समस्या का हल किसी वैज्ञानिक और पेशेवर अध्ययन से ही निकल सकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि शहरी परिवहन प्रबंधन में विशेषज्ञ संस्था से व्यापक रिसर्च कराया जाए, ताकि एक ठोस और दीर्घकालिक रोडमैप बनाया जा सके.
क्यों मना किया?
अजीम प्रेमजी ने साफ कहा कि सरजापुर स्थित विप्रो कैंपस को पब्लिक ट्रैफिक के लिए खोलना कंपनी के हितों में नहीं है. इसके पीछे तीन बड़ी वजहें बताई गईं. यह जमीन एक लिस्टेड कंपनी की प्राइवेट प्रॉपर्टी है और इसे सार्वजनिक उपयोग के लिए डिज़ाइन नहीं किया गया है. कैंपस एक स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) है, जहां से वैश्विक ग्राहकों को सेवाएं दी जाती हैं.
कानूनी, प्रशासनिक और वैधानिक अड़चनें हैं, जिन्हें पार करना मुश्किल है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर कुछ समय के लिए कैंपस से गाड़ियों को गुजरने दिया भी जाए, तो यह ट्रैफिक जाम का स्थायी समाधान नहीं होगा.
सुबह और शाम थम जाती हैं सड़कें
दरअसल, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में प्रेमजी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि ऑफिस टाइम सुबह और शाम में ओआरआर पर भारी जाम लगता है, जिससे आम लोगों को दिक्कत होती है. ट्रैफिक एक्सपर्ट्स का मानना था कि अगर विप्रो कैंपस से कुछ गाड़ियों को निकलने दिया जाए, तो दबाव कम होगा.
ये भी पढ़ें- 'जिससे मिला था धोखा, आज दे रहे उसी का साथ', सिद्धारमैया के बिहार दौरे पर अमित मालवीय का तंज