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सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराने वाले प्रसिद्ध शिक्षक और प्रेरक वक्ता अवध ओझा ने राजनीति से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है. लगभग 10 महीने पहले उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनावों से राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी. आम आदमी पार्टी के टिकट पर उन्होंने पटपड़गंज सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन जीत दर्ज नहीं कर पाए. अब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक सार्वजनिक पोस्ट के जरिए राजनीति छोड़ने की घोषणा कर दी.
केजरीवाल और पार्टी नेतृत्व के प्रति आभार
अपने ऐलान में अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और अन्य वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त किया. उन्होंने लिखा कि पार्टी से जो सम्मान और प्यार मिला, वह उसके ऋणी रहेंगे. ओझा ने केजरीवाल को एक बड़े नेता के रूप में सराहा और कहा कि राजनीति से संन्यास उनका निजी निर्णय है, किसी प्रकार का दबाव या असहमति इसकी वजह नहीं है. उन्होंने पटपड़गंज के लोगों का विशेष धन्यवाद करते हुए उनके समर्थन को यादगार बताया.
आदरणीय
— Avadh ojha (@OjhaAvadh57) December 2, 2025
अरविंद जी ,मनीष ji, संजय जी,सभी आप के पदाधिकारी,कार्यकर्ता, नेता etc आप सभी का दिल बहुत बहुत धन्यवाद ।जो प्रेम और सम्मान अपने दिया उसका ऋणी रहूँगा ।राजनीति से संन्यास मेरा व्यक्तिगत निर्णय है ।अरविंद जी आप एक बहुत महान नेता है । जय हिन्द #AAP#ArvindKejriwal
राजनीति शॉर्ट टर्म प्रोजेक्ट नहीं: सोमनाथ भारती
वहीं अवध ओझा के राजनीति छोड़ने पर AAP नेता और मालवीय नगर के पूर्व विधायक सोमनाथ भारती की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि राजनीति कोई शॉर्ट टर्म प्रोजेक्ट नहीं हैं. इतने परिपक्व और प्रभावशाली व्यक्ति को राजनीति में आने से पहले दीर्घकालिक प्रतिबद्धता पर गंभीरता से विचार करना चाहिए था.
बता दें कि अवध ओझा का राजनीति से अचानक संन्यास लेना निश्चित रूप से AAP के अंदर और समर्थकों के बीच चर्चा का विषय है. जहां एक ओर ओझा अपने निर्णय को व्यक्तिगत बताते हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता निराशा भी व्यक्त कर रहे हैं. यह घटना दर्शाती है कि राजनीति में प्रवेश करना जितना आसान लगता है, दीर्घकाल तक टिके रहना उतना ही चुनौतीपूर्ण होता है.
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