दिल्ली के रेड फोर्ट ब्लास्ट मामले में भड़काऊ कमेंट्स करने के आरोप में असम पुलिस ने बुधवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले सिलचर से एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रिंसिपल नज़रुल इस्लाम बर्बुइया को इसी आरोप में पकड़ा गया था. पुलिस ने बताया कि सभी गिरफ्तारियां राज्य के अलग-अलग जिलों से की गई हैं, और ये लोग सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट शेयर कर रहे थे जो सांप्रदायिक नफरत फैलाने और आतंकी घटनाओं को महिमामंडित करने की कोशिश कर रहे थे.
ऑनलाइन गतिविधियों पर रखी जा रही है नजर
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें मत्तिउर रहमान (देरंग), हसन अली मोंडल (गोलपाड़ा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वाजहुल कमाल (कामरूप) और नूर अमीन अहमद (बोंगाईगांव) शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने लंबे समय से इनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखी थी, और निगरानी के बाद सभी को अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया.
असम पुलिस ने दिया सख्त निर्देश
असम पुलिस ने एक बयान में कहा है कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने या हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. पुलिस ने चेतावनी दी है कि कोई भी व्यक्ति अगर सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई निश्चित है.
सीएम ने क्या कहा?
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दिल्ली धमाके में शामिल आरोपियों को “धार्मिक कट्टरपंथ” से जोड़ते हुए कहा कि केवल शिक्षा से चरमपंथ की सोच खत्म नहीं होती. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “अगर किसी के मन में खोट है, तो उसकी शिक्षा उसे और अधिक खतरनाक बना सकती है. डॉक्टर या पेशेवर लोग भी कभी-कभी गलत दिशा में चले जाते हैं.” मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह जरूरी है कि समाज केवल शिक्षा पर नहीं, बल्कि सही सोच और मानसिकता के विकास पर भी ध्यान दे, ताकि कोई व्यक्ति गलत विचारधारा के जाल में न फंसे.
बता दें कि 10 नवंबर की शाम को दिल्ली के रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास एक सफेद हुंडई i20 कार में भीषण विस्फोट हुआ था. यह इलाका चांदनी चौक और लालकिले के बीच का बेहद व्यस्त क्षेत्र है. धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए.
ये भी पढ़ें- दिल्ली ब्लास्ट की जांच में बड़ा खुलासा, बाबरी से निकला कनेक्शन, जानें क्या थी साजिश?
आतंकी घटनाओं को महिमामंडित करने वालों पर पुलिस की नजर, हो रही है गिरफ्तारियां
दिल्ली लाल किला विस्फोट मामले में भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में असम पुलिस ने बुधवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया. इससे पहले, सिलचर के एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रिंसिपल नज़रुल इस्लाम बरभुइया को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
दिल्ली लाल किला विस्फोट मामले में भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में असम पुलिस ने बुधवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया. इससे पहले, सिलचर के एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रिंसिपल नज़रुल इस्लाम बरभुइया को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
दिल्ली ब्लास्ट न्यूज Photograph: (x/FREEPIK)
दिल्ली के रेड फोर्ट ब्लास्ट मामले में भड़काऊ कमेंट्स करने के आरोप में असम पुलिस ने बुधवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है. इससे पहले सिलचर से एक सेवानिवृत्त स्कूल प्रिंसिपल नज़रुल इस्लाम बर्बुइया को इसी आरोप में पकड़ा गया था. पुलिस ने बताया कि सभी गिरफ्तारियां राज्य के अलग-अलग जिलों से की गई हैं, और ये लोग सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट शेयर कर रहे थे जो सांप्रदायिक नफरत फैलाने और आतंकी घटनाओं को महिमामंडित करने की कोशिश कर रहे थे.
ऑनलाइन गतिविधियों पर रखी जा रही है नजर
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें मत्तिउर रहमान (देरंग), हसन अली मोंडल (गोलपाड़ा), अब्दुल लतीफ (चिरांग), वाजहुल कमाल (कामरूप) और नूर अमीन अहमद (बोंगाईगांव) शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक, पुलिस ने लंबे समय से इनकी ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखी थी, और निगरानी के बाद सभी को अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया.
असम पुलिस ने दिया सख्त निर्देश
असम पुलिस ने एक बयान में कहा है कि सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने या हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे. पुलिस ने चेतावनी दी है कि कोई भी व्यक्ति अगर सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई निश्चित है.
सीएम ने क्या कहा?
इस बीच, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने दिल्ली धमाके में शामिल आरोपियों को “धार्मिक कट्टरपंथ” से जोड़ते हुए कहा कि केवल शिक्षा से चरमपंथ की सोच खत्म नहीं होती. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “अगर किसी के मन में खोट है, तो उसकी शिक्षा उसे और अधिक खतरनाक बना सकती है. डॉक्टर या पेशेवर लोग भी कभी-कभी गलत दिशा में चले जाते हैं.” मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह जरूरी है कि समाज केवल शिक्षा पर नहीं, बल्कि सही सोच और मानसिकता के विकास पर भी ध्यान दे, ताकि कोई व्यक्ति गलत विचारधारा के जाल में न फंसे.
बता दें कि 10 नवंबर की शाम को दिल्ली के रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास एक सफेद हुंडई i20 कार में भीषण विस्फोट हुआ था. यह इलाका चांदनी चौक और लालकिले के बीच का बेहद व्यस्त क्षेत्र है. धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए.
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