असम के दिमा हसाओ जिले में एक कोयला खदान के अंदर फंसे नौ मजदूरों के बचाव अभियान को लेकर वक्त बीतने के साथ चिंता बढ़ गई है. यहां पर खदान के अंदर पानी का स्तर लगभग 100 फीट तक बढ़ चुका है. बचाव कार्यों में भारतीय सेना, असम राइफल्स, राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ, एसडीआरएफ) और स्थानीय अधिकारियों की टीमों की सहायता के लिए आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से नौसेना के गोताखोरों को भेजा गया. हालांकि,अभी तक किसी भी मजदूर को खदान से बाहर नहीं निकाला जा सका है.
दो जल पंपिंग मशीनें भी लगाई गई हैं
उमरांगसो में फंसे खनिकों को बचाने को लेकर एक राहत कार्य बल लगाया गया है. इस समूह में गोताखोर, सैपर और आवश्यक उपकरणों के साथ अन्य संबंधित कर्मियों जैसे विशेषज्ञ शामिल किए गए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक रक्षा अधिकारी का कहना है कि खदान से पानी निकालने को लेकर दो जल पंपिंग मशीनें भी लगाई गई हैं.
ये भी पढे़ं: Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली में आचार संहिता लागू होने के साथ कई कामों पर लगी पाबंदी, जानें क्या होंगे बदलाव
इस दौरान सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी से बात की और बचाव प्रयासों को लेकर मदद मांगी. उन्होंने इस मिशन में असम सरकार को पूर्ण समर्थन देने को लेकर कोल इंडिया लिमिटेड को निर्देश जारी किए हैं.
सरमा ने बचाव कार्यों को लेकर सेना का आभार व्यक्त किया है. आपको बता दें कि असम कोयला खदान में अचानक पानी भरने से नौ मजदूर उमरांगसो के तीन किलो क्षेत्र में स्थित खदान में सोमवार से फंसे हुए हैं.
कौन-कौन फंसे हैं?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खदान के अंदर करीब 15 मजदूर मौजूद थे. मगर संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है. इससे पहले असम के मंत्री के मंत्री कौशिक राय ने कहा था कि वहां और भी लोग हो सकते हैं. मगर अभी तक हमारे पास केवल 9 लोगों के फंसे होने की पुष्टि है. फंसे हुए नौ मजदूरों की पहचान गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी के रूप में की गई है.
सीएम सरमा ने ऐलान किया है कि कोयला खदान के अंदर श्रमिकों के फंसने के बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि यह अवैध प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि सोमवार को घटना के संबंध में एक मामला भी दर्ज किया गया है.