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Himanta biswa Sarma
हाल ही में भारत में बकरीद मनाई गई. इस दौरान, असम में ईद के जश्न के बाद सार्वजनिक स्थानोें पर मांस के टुकड़े फेंके गए. इस, पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में हिंदुओं के खिलाफ गोमांस को हथियार बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि असम के लोगों को अवैध रूप से रहे रहे दूसरे देश के लोगों को वापस भेजने के लिए गैर समझौतावादी रुख अपनाने के लिए कहा.
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हिमंता ने कहा कि असम उन ताकतों के खिलाफ संघर्ष कर रहा है, जिनके दुनिया भर में हमदर्द है. पहले हिंदुओं के पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम कोशिश करते थे कि वे हिंदुओं के लिए समस्या पैदा न करें. अगर उन्हें गोमांस खाना होता था तो वे मुस्लिम इलाके में रहने वाले अपने रिश्तेदारों के पास चले जाते थे. लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब ऐसा हो गया है कि वे बचे हुए भोजन (मांस) और कचरे (जानवर का बचा हुआ हिस्सा) इधर-उधर फेंक देते हैं, जिससे पड़ोसियों को हिंदुओं को वह जगह छोड़नी पड़ जाए.
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16 आरोपियों को किया गिरफ्तार
बकरीद के दौरान, मवेशियों के अवैध वध का मामला भी सामने आया था. असम पुलिस ने मामले में कार्रवाई भी की और खुद मुख्यमंत्री ने इस बात की जानकारी दी. मवेशियों की अवैध कुर्बानी के आऱोप में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने एक्स पर कहा कि राज्य के पांच इलाकों में अवैध कुर्बानी के स्थल पाए गए हैं. इस दौरान, कई इलाकों में जानवरों के अंगो को सार्वजिनक रूप से फेंकने का मामला भी सामने आया था.
🚨 ALERT: ILLEGAL CATTLE SLAUGHTER DURING EID-UL-ZUHA
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 8, 2025
While our Constitution guarantees the right to religious freedom, it equally upholds the rule of law and public order. This Eid-ul-Zuha disturbing incidents of illegal cattle slaughter and recovery of cattle parts were…
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