ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने देश के लोगों से अपील की है कि वे 30 अप्रैल को रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक अपने घरों, दफ्तरों और कारोबार की लाइटें बंद रखें. यह अपील केंद्र सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम में किए गए संशोधनों के विरोध में की गई है, जो विवादास्पद, भेदभावपूर्ण और संविधान के विपरीत हैं.
अब ऐसे करेंगे विरोध
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता और वक्फ सुरक्षा अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. एसक्यूआर इलियास ने एक बयान में कहा कि बोर्ड ने वक्फ अधिनियम में किए गए भेदभावपूर्ण और संवैधानिक रूप से असंगत संशोधनों के खिलाफ 10 अप्रैल को एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू किया. इस अभियान के तहत पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. अब तक विभिन्न शहरों में कई बड़ी जनसभाएं हो चुकी हैं और साथी नागरिकों और नागरिक समाज के साथ गोलमेज बैठकें की जा चुकी हैं. जिला स्तर पर विरोध, प्रदर्शन और मानव श्रृंखला कार्यक्रम भी हुए हैं. अब बुधवार, 30 अप्रैल, 2025 को रात 9:00 बजे से 9:15 बजे तक पूरे देश में "लाइट आउट" कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. डॉ. इलियास ने कहा कि यह कार्यक्रम दिखने में भले ही प्रतीकात्मक हो, लेकिन यह देश के मुसलमानों और सभी न्यायप्रिय लोगों द्वारा इन काले संशोधनों के खिलाफ एकजुट होकर विरोध की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति के रूप में काम करेगा.
छोटे से बलिदान का असाधारण प्रभाव
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सभी साथी नागरिकों, खास तौर पर मुसलमानों, अल्पसंख्यक समुदायों, हाशिए पर पड़े और वंचित वर्गों, नागरिक समाज आंदोलनों और सभी न्यायप्रिय लोगों से अपील करता है कि वे इस सरकारी अन्याय और उत्पीड़न के खिलाफ एकजुट हों और 30 अप्रैल को रात 9:00 बजे सिर्फ 15 मिनट के लिए अपने घरों, दुकानों, दफ्तरों और व्यापारिक केंद्रों की लाइटें बंद करके एकजुटता दिखाएं. हमें उम्मीद है कि इस छोटे से बलिदान का असाधारण प्रभाव होगा. यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि कोई भी घर, दुकान या केंद्र छूट न जाए.