स्विस बैंक में भारतियों के जमा रकम तीन गुना बढ़ी, सालाना रिपोर्ट पर मचा बवाल

भारतियों का पैसा तीन गुना बढ़कर 37,600 करोड़ तक पहुंच गया. 2024-25 की स्विस बैंक की सालाना रिपोर्ट पर बवाल मच गया है

भारतियों का पैसा तीन गुना बढ़कर 37,600 करोड़ तक पहुंच गया. 2024-25 की स्विस बैंक की सालाना रिपोर्ट पर बवाल मच गया है

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Syyed Aamir Husain
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swiss bank Photograph: (social bank)

स्विस बैंक में भारतियों का पैसा तीन गुना बढ़कर 37,600 करोड़ तक पहुंच गया. 2024-25 की स्विस बैंक की सालाना रिपोर्ट पर बवाल मच गया है. आइए जानते हैं कि भारतियों की ओर से जमा किया गया कालाधन कितना है.   

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जानिए क्या है कालाधन

वो रकम जिसमें वो भारतीय जिनका पैसा और संपत्ति हर साल ज़ाहिर न की जाए और  उसे सरकार से छुपाकर टैक्स चोरी किया जाए उसे कालेधन के तौर पर सरकार घोषित करती है और टैक्स चोरी क तहत नोटिस भेजकर एक्शन लेती है सरकार.

विदेशी खातों और संपत्तियों पर जानकारी मिली

भारत को नियमित रूप से स्विट्जरलैंड सहित 100 से अधिक कर क्षेत्रों से ऐसे विदेशी खातों और संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली है.

ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इन्फॉर्मेशन का जिक्र किया

स्विट्जरलैंड 2018 से स्वचालित सूचना विनिमय (AEOI) ढांचे के तहत भारतीय निवासियों के बारे में वार्षिक वित्तीय जानकारी प्रदान कर रहा है. भारतीय अधिकारियों को पहला डेटा ट्रांसमिशन सितंबर 2019 में हुआ था और तब से यह आदान-प्रदान नियमित रूप से जारी है, जिसमें वित्तीय अनियमितताओं में शामिल होने का संदेह वाले खातों को भी शामिल  किया गया है.

स्विस नेशनल बैंक की एक रिपोर्ट की मानें तो स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा किया गया धन 2024 में तीन गुना से अधिक बढ़कर 3.54 बिलियन स्विस फ़्रैंक या 37,600 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. कर चोरी पर वित्त मंत्रालय ने कहा है कि कर विभाग नियमित रूप से प्राप्त आंकड़ों की व्यवस्थित समीक्षा करता है और उन करदाताओं की पहचान करता है, जिनके मामलों में आगे सत्यापन की आवश्यकता है.

एईओआई के तहत साझा किए गए

इस तरह का सत्यापन विभिन्न तरीकों से किया जाता है, जिसमें तलाशी और सर्वेक्षण कार्रवाई, खुली पूछताछ आदि शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि कर विभाग ने मूल्यांकन वर्ष 2024-25 के लिए सत्यापन के उद्देश्य से एईओआई के तहत साझा किए गए. आंकड़ों की तुलना करदाताओं की ओर से आईटीआर में दाखिल विदेशी संपत्ति और आय की जानकारी से की.

विभाग विभिन्न करदाताओं को उनके आईटीआर की समीक्षा करने के अनुरोध के साथ एसएमएस और ईमेल भेजता है. यहां पर विदेशी संपत्ति और आय को आईटीआर की उपयुक्त अनुसूचियों में रिपोर्ट नहीं किया गया था. वित्त मंत्रालय के अनुसार, इस पहल    के परिणामस्वरूप करदाताओं की ओर से मूल्यांकन वर्ष 2024-25 के लिए आईटीआर में विदेशी संपत्ति और आय की रिपोर्ट करने की संख्या में पर्याप्त बढ़ोतरी हुई है. कुल 2.31 लाख करदाताओं ने मूल्यांकन वर्ष 2024-25 में अपनी विदेशी संपत्ति और आय की रिपोर्ट की है, जो बीते वर्ष के 1.59 लाख करदाताओं की तुलना में 45.17% की वृद्धि दर्शाता है.

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