Iran-America War : ईरान और इजराइल के बीच जारी संघर्ष ने पूरे मध्य एशिया में खलबली मचा दी है. इजराइल जहां इस लड़ाई को अपने अस्तित्व की जंग बता रहा है, वहीं ईरान ने इसको अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन और उसकी संप्रभुता पर हमला बताया है. विश्व समुदाय ने इस लड़ाई को मानवता के खिलाफ बताया है और शांति बरतने की अपील की है. लेकिन इजराइल ने साफ कर दिया है कि जब तक ईरान अपना परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं करता और डील पर साइन नहीं करता तब तक उस पर हमले होते रहेंगे. वहीं, ईरान का कहना है कि वार्ता की मेज पर आने से पहले इजराइल को उस पर हमले बंद करने होंगे.
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ईरान-इजराइल वॉर में अमेरिका की एंट्री
इजराइल-ईरान की इस लड़ाई में अब अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. अमेरिका ने ईरान पर एयर स्ट्राइक कर उसको परमाणु ठिकानों को तबाह करने का दावा किया है. दरअसल, अमेरिका ने अपने बी-2 बॉम्बर से ईरानी न्यूक्लियर प्लांट्स पर बंकर बस्टर बम बरसाए हैं. अमेरिका ने दावा किया है कि इन हमलों में ईरान के तीन बड़े परमाणु ठिकानें (फोर्डो, नतांज और इस्फहान) को तहस-नहस कर दिया है. हालांकि अमेरिका ने ईरान-इजरायल युद्ध में न होने की भी बात कही है. अमेरिका ने कहा है कि उसका मकसद केवल ईरान की न्यूक्लियर साइट्स को तबाह करना है, न कि उसके नागरिकों को नुकसान पहुंचाना. ईरान ने भी अमेरिका के इस कदम पर उसको करारा जवाब देने की बात कही है. ईरान ने कहा है कि अमेरिका के इस हमले की कीमत उसके नागरिकों को चुकानी होगी.
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अमेरिका ने फोर्डो परमाणु ठिकाने पर अपने बंकर बस्टर बम बरसाए
इस बीच जो जानकारी सामने निकल कर आई है, वह सबको हैरान करने वाली है. दरअसल, दावा किया जा रहा है कि ईरान के जिस फोर्डो परमाणु ठिकाने पर अपने बंकर बस्टर बम बरसाए हैं, वहां से ईरान पहले ही इनरिच यूरेनियम कहीं और शिफ्ट कर चुका था. दरअसल, यह दावा हाल ही में जारी हुई उस तस्वीर के आधार पर किया गया है, जिसमें ईरान के फोर्डों परमाणु ठिकाने 15 से 16 ट्रक खड़े हुए देखे गए हैं. कहा जा रहा है कि ईरान के इस बात का पहले से ही अंदेशा था कि अमेरिका या इजराइल उसके परमाणु ठिकानों को निशाना बना सकता है. इसलिए ईरान ने फोर्डो न्यूक्लियर साइट से पहले ही इनरिच यूरेनियम को किसी दूसरे जगह पर शिफ्ट कर दिया है.
फोर्डो ईरान की सबसे बड़ी न्यूक्लियर साइट
फोर्डो न्यूक्लियर साइट ईरान की सबसे बड़ी साइट बताई जाती है. जहां सबसे ज्यादा इनरिच यूरेनियम का होना बताया जाता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान द्वारा शिफ्ट किए गए इनरिच यूरेनियम की मात्रा 400 किलोग्राम तक हो सकती है. ईरान की इस साइट पर 60 प्रतिशत तक इनरीच्ड यूरेनियम का होना बताया जाता है. जानकारी के अनुसार यूरेनियम का इतना इनरिचमेंट परमाणु हथियार बनाने में काम आता है और 400 किलो इनरिच यूरेनियम से चार से पांच परमाणु बमों का निर्माण किया जा सकता है. हालांकि इस तरह की रिपोर्ट के न्यूज नेशन प्रमाणित नहीं मानता और इस तरह के दावों की पुष्टि नहीं करता.