जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के दौरान श्रद्धालुओं को कठिन चढ़ाई का सामना करना पड़ता है. कड़ी मेहनत के बाद श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के दर्शन हो पाते हैं. श्रद्धालुओं की इन्हीं परेशानियों को देखते हुए जम्मू-कश्मीर की सरकार नई पहल शुरू करने वाली है.
11.60 किलोमीटर का बनेगा रोप-वे
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि वार्षिक तीर्थयात्रियों की आसान आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए बालटाल से 11.60 किलोमीटर दूर बाबा बर्फानी की गुफा तक रोपवे बनाए जाएंगे. सीएम ने कहा कि हर साल लाखों तीर्थयात्री अमरनाथ गुफा मंदिर जाते हैं. इसके अलावा, सरकार द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए बोलियां मंगाई जा रही हैं.
शंकराचार्य मंदिर में भी बनेगा रोपवे
प्रदेश के मुखिया उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एक लिखित जवाब दाखिल किया. इसमें उन्होंने कहा कि पर्वतमाला पहल के तहत रोपवे परियोजनाओं का विकास किया जाएगा. सरकार ने जम्मू-कश्मीर में विकास के लिए 52 रोपवे परियोजनाओं की एक सूची तैयार की है. इसमें अमरनाथ के साथ-साथ शंकराचार्य मंदिर में भी 1.05 किलोमीटर तक रोपवे लगाने के लिए बोलियां आमंंत्रित की गईं हैं.
अप्रैल 2022 में एमओयू पर साइन हुए
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पर्वतमाला योजना के तहत रोपवे परियोजनाओं के लिए एनएचएआई और जम्मू-कश्मीर सरकार के बीच चार अप्रैल 2022 को एक एमओयू पर साइन किए जाएंगे. सीएम ने बताया कि रियासी जिले में दर्शन देवड़ी से शिवखोड़ी मंदिर तक 2.12 किलोमीटर के रोपवे लगाने का मामला अदालती कार्रवाई के कारण रद्द कर दिया गया है.