Amarnath Yatra: इस बार सिर्फ 38 दिन ही चलेगी अमरनाथ यात्रा, क्या पहलगाम हमले से पड़ा फर्क

Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा इस बार तीन जुलाई से शुरू होगी. ये 38 दिनों तक चलेगी. क्या इस कम दिनों की वजह पहलगाम आतंकी हमला है.

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Jalaj Kumar Mishra
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Amarnath Yatra

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Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा की अवधि को इस साल घटा दी है. यात्रा इस बार तीन जुलाई से शुरू होगी और 38 दिन तक चलेगी. यात्रा पिछली बार 52 दिनों की थी. पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में यात्रा की सुरक्षा के लिए थ्री लेवल सिक्योरिटी प्लान तैयार किया गया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना शामिल हैं. 

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सिक्योरिटी आडिट और डिजिटल मैपिंग की गई

सीआरपीएफ सहित दूसरे अर्धसैनिक बलों की कुल 581 कंपनियां यात्रा की सुरक्षा में रहेंगी. जम्मू-कश्मीर पुलिस भी सुरक्षा में मुस्तैद रहेगी. सारे रूट्स की सुरक्षा ऑडिट और डिजिटल मैपिंग की गई है. खुद सीआरपीएफ डीजी पहलगाम गए थे. उन्होंने वहां सिक्योरिटी रिव्यू किया. यात्रा के दौरान, हर यात्री और पोनी राइडर का डिजिटल पहचान पत्र बनेगा.

यात्रा के काफिले में जैमर लगे रहेंगे, जिससे आईईडी ब्लास्ट जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है. सुरक्षाकर्मियों के पास सैटेलाइन फोन होंगे. यात्रियों की गाड़ियों में रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान होगी. यात्रा के दौरान, सीआरपीएफ और पुलिस की अलग डेडिकेटेज वैन होंगी. 

शाह ने की सुरक्षा बैठक

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 30 मई 2025 को सभी सुरक्षा एजेंसियों को अधिक सतर्कता और चौकसी बनाए रखकर यात्रा को शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे. शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में एलजी मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी, जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात और गृह मंत्रालय, सेना और अर्धसैनिक बलों, नागरिक प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्र और केंद्र शासित प्रदेशों की खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.

शाह ने एक्स पर दी जानकारी

शाह ने कहा था कि केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने में कोई भी कमस नहीं छोड़ेगा. शाह ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और तैयारियों का मूल्यांकन किया. सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए. 

ऐसे तय होती है यात्रा की तारीखें

बता दें, अमरनाथ यात्रा की अवधि को घटाने का फैसला पहलगाम हमले से पहले ही तय किया गया था. सुरक्षा मुद्दों से इसका कोई भी लेना-देना नहीं है. यात्रा की तारीखों का चयन मौसम के आधार पर तय किया जाता है.

 

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