अहमदाबाद में विमान हादसे में मारे गए कई लोगों की पहचान नहीं हो सकी है. ऐसे में अब डीएनए सैपलिंग का काम जारी है. इस दौरान केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा, "हमारे देश में सुरक्षा के बहुत सख्त मानक हैं.जब यह घटना घटी, तो हमें भी लगा कि बोइंग 787 सीरीज की विस्तृत निगरानी की आवश्यकता है. डीजीसीए ने भी 787 विमानों की विस्तृत निगरानी करने का आदेश दिया है. आज हमारे भारतीय विमान बेड़े में 34 विमान हैं. इसमें 8 विमानों की पहले ही जांच हो सकी है. अब सभी विमानों की जांच होगी. "
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पायलट ने इमरजेंसी की सूचना दी थी. कल शाम पांच बजे ब्लैक बॉक्स को बरामद किया गया. ब्लैक बॉक्स की जांच के बाद ही हादसे के कारणों का पता चल सकेगा. ब्लैक बॉक्स को डिकोड किया गया है. तीन माह में जांच टीम अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. डीजीसीए और आईबी के अफसर अभी भी जांच में जुटे हैं. हमने घटनास्थल को सील कर दिया है. ब्लैक बॉक्स बरामद को बरामद किया गया है. इसकी जांच के बाद कई जानकारी सामने आएगी. हमें AAIB की जांच के नतीजों का इंतजार है.
वहीं पीड़ितों और परिवार के सदस्यों के डीएनए सैंपलिंग पर एफएसएल निदेशक एचपी संघवी ने कहा,"दुर्घटना से बहुत बड़ी लपटें उठीं. उच्च तापमान वाली लपटों के कारण व्यक्ति की पहचान करना असंभव है, जिससे डीएनए जांच आवश्यक हो जाती है. हालांकि, ऐसी उच्च लपटें शरीर में मौजूद डीएनए को भी प्रभावित करती हैं. उन्होंने कहा, मृतक और परिवार के सदस्यों के सभी डीएनए सैंपल एफएसएल को सौंपे जाते हैं.
परीक्षण को पूरा करने में करीब 36-48 घंटे लगते हैं
उन्होंने कहा कि यह एक जटिल प्रक्रिया है. एक परीक्षण को पूरा करने में लगभग 36-48 घंटे लगते हैं. यह बैचों में किया जा रहा है, और कई परीक्षण एक साथ किए जा रहे हैं. प्रोफाइल मिलान शुरू हो गया है. परिणाम आने लगे हैं. डॉक्टर और पुलिस एजेंसियां शवों को परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया में हैं. हमें उम्मीद है कि काम जल्द से जल्द पूरा हो जाएगा. गुजरात फोरेंसिक लैब के 36 विशेषज्ञों की पूरी टीम इस काम के लिए तैनात है. हम राष्ट्रीय फोरेंसिक लैब के साथ मिलकर काम कर रहे हैं."
मलबे से एक और शव बरामद किया
इस दौरान बचावकर्मियों ने शनिवार को एयर इंडिया के AI-171 विमान के पिछले हिस्से के मलबे से एक और शव बरामद किया है. लंदन जाने वाला यह विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के 33 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. अधिकारियों ने जानकारी दी कि शव संभवतः बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के पिछले हिस्से में फंसा हुआ था. यह मेघानी नगर क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज के पास डॉक्टरों के छात्रावास की छत पर फंसा हुआ था.
विमान एक रिहायशी इलाके में घुस गया. इससे भारी तबाही मच गई. जमीन पर दर्जनों लोग मारे गए. इस दौरान कुल मृतकों की संख्या कम से कम 260 पहुंच चुकी है. एयर इंडिया विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक तथा 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे. केवल एक ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश-जो 11A में बैठा था-दुर्घटना में बच गया.