अहमदाबाद हवाई अड्डे से 12 जून को उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के करीब 12 साल पुराने विमान के दाएं भाग के इंजन की मरम्मत मार्च 2025 में की गई थी. अफसरों के अनुसार, इंजन निर्माता के प्रोटोकॉल के अनुसार अप्रैल 2025 में बायीं ओर के इंजन का निरीक्षण किया गया था. अधिकारियों का दावा है कि इंजन या विमान में किसी तरह की समस्या नहीं थी. एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (एआई 171) विमान 12 जून को सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद मेघानीनगर में एक मेडिकल हॉस्टल परिसर में हादसे का शिकार हुआ.
विमान की जून 2023 में रखरखाव जांच की गई
विमान में सवार 242 यात्रियों और चालक दल के 241 सदस्यों समेत करीब 260 लोगों की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विमान की जून 2023 में रखरखाव जांच की गई. इस साल दिसंबर में व्यापक जांच होनी थी. इससे पहले शनिवार को एयर इंडिया ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से सुरक्षा जांच बढ़ाने के निर्देश के बाद उसके 33 ड्रीमलाइनर विमानों में से नौ का निरीक्षण पूरा हो गया है.
एयर इंडिया ने कहा, "भारतीय विमानन नियामक, DGCA की ओर से निर्देशित एक बार की सुरक्षा जांच पूरी करने की प्रक्रिया में है. बोइंग 787 बेड़े पर ये जांच की जा रही है, क्योंकि वे भारत लौट रहे हैं. उन्हें अगले परिचालन के लिए मंजूरी दी. एयर इंडिया ने बोइंग 787 विमानों में से नौ पर ऐसी जांच पूरी कर ली है. नियामक की ओर दी गई समयसीमा के भीतर शेष 24 विमानों के इस प्रकिया को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है."
टर्नअराउंड समय बढ़ सकता है
एयरलाइन के बेड़े में 26 लीगेसी बोइंग 787-8 और सात बोइंग 787-9 हैं. एयर इंडिया ने चेतावनी दी है कि कुछ जांचों के कारण टर्नअराउंड समय बढ़ सकता है. खासकर परिचालन कर्फ्यू वाले हवाई अड्डों के लिए लंबी दूरी के मार्गों पर. एयरलाइन ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों और जीवित बचे लोगों के परिवारों को 25 लाख रुपये का अंतरिम भुगतान करने का निर्णय लिया है. यह अंतरिम भुगतान मूल कंपनी टाटा संस की ओर से पहले की घोषित एक करोड़ रुपये के मुआवजे के अतिरिक्त है.