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ceo airindia Photograph: (social media)
अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार हो गया. इसमें 241 यात्रियों की मौत हो गई. इस हादसे में शुरुआत से यही कहा जा रहा था कि इंजन में आई खराबी के कारण विमान हादसे का शिकार हो गया. अब इस मामले में ट्विस्ट आ गया है. एयर इंडिया के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने हाल ही में हुए विमान हादसे को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है कि दुर्घटना वाले दिन विमान अच्छी स्थिति में था. उसका रखरखाव समय होता रहा है. उन्होंने बताया कि विमान का आखिरी बार मेजर चेकअप जून 2023 में हुआ था. इसके बाद मेजर चेकअप दिसंबर 2025 में होना था.
विमान इंजन की हो रही थी नियमित जांच
सीईओ विल्सन का कहना है कि दोनों इंजनों की नियमित जांच हो रही थी. दाएं इंजन की ओवरहालिंग मार्च 2025 में हुई थी. वहीं बाएं इंजन की टेस्टिंग अप्रैल 2025 में हुई थी. दोनों इंजन उड़ान से पहले ही सही मिले थे.
एयर इंडिया के सीईओ का कहना है कि विमान और उसके इंजन की हालात पर लगातार नजर रखी जा रही थी. उनका कहना है कि विमान के उड़ान से पहले किसी तरह की परेशानी नहीं देखी गई. इस हादसे को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया गया. कंपनी पूरी ईमानदारी से जांच में जुटी है. जल्द हादसे के कारणों पता चल पाएगा. इस तरह से भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम हो सकेगी.
क्या है 'मेजर चेक'?
पैसेंजर हवाई जहाजों की सुरक्षा तय करने को लेकर समय-समय पर उनकी गहन निरीक्षण (मेजर टेस्टिंग) और मेंटेनेंस होता है. इस जांच को मेजर चेक में गिना जाता है. इसे "डी-चेक" (D-Check) में रखा गया. इसे विमान की विस्तार जांच कहा जाता है. यह जांच छह से 10 साल में एक बार होती है.
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