नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शनिवार को एयर इंडिया से जवाब मांगा है. यह मामला केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान से जुड़ा है. उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर एयरलाइन की सेवा गुणवत्ता की आलोचना की है. उनकी शिकायत है कि उन्हें भोपाल से दिल्ली की यात्रा के दौरान उड़ान AI436 में 'टूटी और धंसी हुई सीट' दी गई थी.
टूटी सीटें देने को 'अनैतिक' बताया
मंत्री ने एयरलाइन की ओर से यात्रियों को टूटी सीटें देने को 'अनैतिक' बताया है. शिवराज ने कहा कि उन्हें टाटा की ओर से एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद सेवा में सुधार की उम्मीद थी. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'मेरी धारणा थी कि टाटा के अधिग्रहण के बाद एयर इंडिया की सेवा में सुधार होगा, लेकिन यह उनकी गलतफहमी निकली.' “मुझे बैठने में असुविधा से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यात्रियों से पूरा किराया वसूलने के बाद उन्हें खराब और असुविधाजनक सीट बैठान अनैतिक है. यह यात्रियों के साथ धोखा नहीं है?'
आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश
इसके बाद विमानन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, 'डीजीसीए ने केंद्रीय मंत्री द्वारा उजागर की गई टूटी सीटों के मुद्दे पर एयर इंडिया से जवाब मांगा है.' नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा,'हमने इस मुद्दे पर तुरंत एयर इंडिया से बातचीत की. उन्हें आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. हमारी ओर से डीजीसीए भी मामले के विवरण पर गौर करेगा.'
मंत्रालय ने एयर इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक कैंपबेल विल्सन से भी बात की. नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) के प्रवक्ता ने कहा, 'हमने एयर इंडिया के सीईओ को इस मामले को सर्वोच्च प्राथमिकता पर संभालने की सलाह दी है.' एयर इंडिया के एक प्रवक्ता ने माफी जारी करते हुए कहा, 'एयर इंडिया को भोपाल से दिल्ली की उड़ान में माननीय केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को हुई असुविधा के लिए गहरा खेद है.'
सीट चेक की तो यह टूटी हुई थी
प्रवक्ता ने कहा, 'हम मामले की गहन जांच कर रहे हैं कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.' आपबीती बताते हुए केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान ने एक्स पर लिखा, आज, मुझे पूसा में किसान मेले का उद्घाटन करने, कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक आयोजित करने और चंडीगढ़ में किसान संगठन के माननीय प्रतिनिधियों संग मामलों पर चर्चा करने को लेकर भोपाल से दिल्ली की यात्रा करनी थी. उन्होंने एयर इंडिया की उड़ान AI436 पर टिकट बुक कराई थी. उन्हें सीट 8C आवंटित की गई थी. जब सीट चेक की तो यह टूटी हुई थी और धंसी हुई थी. यह असुविधाजनक था.'