Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास प्लेन क्रैश होने से बड़ा हादसा हो गया है. यह हादसा हवाई अड्डे के बिल्कुल नजदीक मेघानी नगर में हुआ. हादसे के समय विमान में 242 यात्री सवार थे, जिसमें 12 क्रू मेंबर्स थे. एयर इंडिया ने जानकारी देते हुए बताया कि विमान में सवार यात्रियों 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनैडियन और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल हैं.
विमान ने अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ किया था
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एयर इंडिया के विमान ने अहमदाबाद से लंदन के लिए टेक ऑफ किया था. लेकिन उड़ान भरने के तुरंत बाद ही विमान क्रैश हो गया. ऐसे में लोगों के जेहन में सबसे बड़ा सवाल यह आ रहा है कि विमान में यात्रा करना कितना सुरक्षित है और कितना जोखिम भरा. या फिर किसी भी विमान में सबसे सेफ सीट कौन सी रहती है. यहां आपको सबसे पहले या बात जान लेनी चाहिए कि हवाई यात्रा ट्रांसपोर्ट के सबसे सुरक्षित माध्यमों में से एक है. क्योंकि इसमें सुरक्षा के सबसे बेहतर इंतजाम किया जाते हैं.
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विमान में कौन-कौन सी सीट सुरक्षित
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलिया में न्यू साउथ वेल्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एविएशन में एसोसिएट प्रोफेसर चेंग-लुंग वू ने बताया कि सड़क परिवहन के मुकाबले हवाई यात्रा में मृत्यु दर बेहद कम है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्लेन क्रैश जैसी घटनाओं में मौत की संभावना 13.7 मिलियन में से एक होती है. हालांकि यह आपात स्थिति के हालात पर निर्भर करता है. ऐसे में आपको यह भी जानना जरूरी है कि हवाई यात्रा के दौरान इमरजेंसी की स्थिति में कौन-कौन सी सीट सुरक्षित है. इस विषय पर किए गए शोध के अनुसार विमान में ऐसी सीट सबसे ज्यादा सुरक्षित होती हैं, जो बीच में या पीछे होती हैं.
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हादसे में बच जाती है ऐसे यात्रियों की जान
जानकारी के अनुसार प्लेन के पिछली सीट पर बैठे यात्रियों की हादसों में सबसे कम मौत होती है. बताया गया कि हादसे के समय अधिकतर विमान का सामने का हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. ऐसे में विमान में पंखों के पास वाली सीटें सबसे सुरक्षित साबित हो सकती हैं. इसका एक कारण यह भी है कि फ्लाइट का यह भाग मजबूती के साथ डिजाइन किया जाता है. इसका कारण यह भी है कि पंखों के पास की सीटें इमरजेंसी एग्जिट के ज्यादा पास होती है, जिससे यात्रियों को जल्दी से जल्दी बचाने में मदद मिलती है.