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online ticket broker Photograph: (Social Media)
ट्रेन टिकट की मारामारी को लेकर आईआरसीटीसी ने बड़ा खुलासा करते हुए करीब 2.5 करोड़ एकाउंट्स पर एक्शन लेकर ब्कॉक कर दिया है. अभी तक ऐसी करीब 2.5 करोड़ फर्जी आईडी का पता लगाया गया है, जिन पर कार्रवाई की गई है. आईआरसीटीसी की तरफ से की गई ये अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है, जिसमें एकाउंट्स आईडी को ब्लॉक किया गया है. इस खुलासे से पहले पता चला कि ट्रेन में सीट्स बुकिंग शुरू होने के पांच मिनट में ही लाखों टिकट बुक कर दिए गए. ऐसे करीब 2.9 लाख संदिग्ध पीएनआर का पता लगाया गया, जिसका इस्तेमाल फर्जी आईडी से बुकिंग किया गया. इसके बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से करीब 2.5 करोड़ एकाउंट्स का पता चला, जिन्हे बैन कर दिया गया है.
ऐसे करीब 20 लाख और एकाउंट्स पर नज़र
रेलवे प्रवक्ता ने भी इस मामले को काफी गंभीर बताते हुए न्यूज़ नेशन से कहा कि हम अभी ऐसे करीब 20 लाख और एकाउंट्स पर नज़र बनाए हुए है. जिन पर एक्शन की तैयारी है. आखिर ये खेल कैसे हो रहा था, इसको समझने के लिए न्यूज़ नेशन संवाददाता सैय्यद आमिर हुसैन ने उन ट्रेनों के बारे में टिकट बुकिंग करने की कोशिश की जो एक महीने के बाद की और तत्काल की टिक्टस थी. लेकिन किसी में भी सीटें एवलेबल नहीं थी. दिल्ली से दरभंगा हो दिल्ली से लखनऊ या फिर दिल्ली से पटना ज्यादातर ट्रेनों में 50 से ज्यादा वेटिंग लिस्ट थी.
ऐसे चलता था गोरखधंधा
फर्जी आडी से ट्रेन में सीट बुकिंग का ये गोरखधंधा बड़े लंबे समय से चल रहा था PNR बुक किए जाते थे. फिर उन्हें एजेट्स महंगे महंगे दामों में यात्रियों को बेचते थे इसको रोकने के लिए रेलवे ने ANTI BOT एप्लीकेशन के तहत इस साइबर फ्रॉड पर शिकांजा कसा है. ताकि जिसमें पहले 10 मिनट आम जनता के लिए टिकट बुकिंग के लिए समय दिया जाएगा और उनको प्राथमिकता दी जाएगी. जो आधार से लिंक है उसके बाद ही ऐजेंट्स टिकट बुक कर सकेंगे.