झारखंड के गढ़वा में ट्रेन की जनरल बोगी के गेट पर खड़ा होकर यात्रा कर रहा एक युवक झपकी आने से करीब 60 फीट नीचे नदी में जा गिरा। सुखद बात यह रही कि नदी की धार में फंसे युवक का आरपीएफ (रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स) की मदद से रेस्क्यू कर लिया गया। उसे मामूली चोट आई है। इलाज के बाद उसे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई।
बताया गया कि बोकारो जिला अंतर्गत बड़की गांव के रहने वाले मनोज करमाली (22 वर्ष) हटिया-जम्मू तवी एक्सप्रेस से दिल्ली जा रहे थे। रिजर्वेशन नहीं मिलने के कारण उन्होंने जनरल बोगी का टिकट लिया था। जनरल बोगी में भी भीड़ थी, तो मनोज करमाली बोगी के गेट पर बैठकर यात्रा करने लगे।
यात्रा करने के दौरान उनको नींद आ गई और वह 26-27 सितंबर की रात एक बजे के करीब पलामू जिला अंतर्गत गढ़वा रोड जंक्शन- गढ़वा स्टेशन रेलखंड के बीच ट्रेन से गिर पड़े। उस वक्त ट्रेन कोयल नदी रेल पुल से गुजर रही थी।
वह सीधे 60 फीट नीचे नदी में गिर पड़े। हालांकि जहां वह गिरे, वहां पर पानी नहीं बालू था। वह रात भर सुबह होने का इंतजार करते रहे।
सुबह होने पर उन्होंने खुद को नदी की दो धार के बीच फंसा हुआ पाया। उसके बाद उसने शोरगुल करना शुरू कर दिया। इस बीच रेलवे की पेट्रोलिंग टीम की नजर उस पर पड़ी।
रेलवे की पेट्रोलिंग टीम ने इसकी सूचना रेलवे सुरक्षा बल को दी। रेलवे सुरक्षा बल की टीम कोयल पुल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया।
कई घंटे की मशक्कत के बाद रस्सी के सहारे 60 फुट ऊंचे पुल पर लाने में सफलता मिली।
नदी के गीले बालू पर गिरने के कारण मनोज को ज्यादा चोट नहीं लगी थी। इसके बाद उसे इलाज के लिए विश्रामपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उसे छोड़ दिया गया।
रेलवे सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर बनारसी यादव ने बताया कि रेल में यात्रा करने के दौरान एक यात्री गढ़वा रेल पुल के नीचे गिर गया था। तीन सदस्यीय आरपीएफ की टीम वहां पहुंची और उसको कोयल नदी से निकाला।
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Source : IANS