गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने ऑन डिमांड लग्जरी गाड़ियां चोरी करने वाले गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे 5 गाड़ियां बरामद की गई है। गैंग 2012 से गाड़ियां चोरी करने का काम कर रहा है। अब तक गैंग करीब 500 गाड़ियां चुरा चुका है। ये गैंग लग्जरी गाड़ियों को खोलने और उसे चुराने के लिए एप डाउनलोड कर उसे अनलॉक करते थे।
क्राइम ब्रांच पुलिस ने मसूरी इलाके से चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गैंग चोरी की गाड़ियों को अलग-अलग राज्यों में बेचा करता है। कई बार इस गैंग के लोग दुबई जाकर इन लग्जरी गाड़ी की चाबियां वहां से लाया करते थे और उन चाबियों पर सॉफ्टवेयर डालकर उनकी मास्टर चाबी बनाया करते थे।
गैंग के लोग दिल्ली-एनसीआर के इलाकों की लग्जरी गाड़ियों को अपना निशाना बनाया करते थे। ये लोग पहले गाड़ियों की रेकी करते हैं और बाद में डिमांड आने पर गाड़ी गायब कर देते हैं। इन लोगों के पास ऐसे सॉफ्टवेयर और तकनीक थी, जिसे दुबई से सीखकर चोरी के काम में इस्तेमाल किया करते हैं। पुलिस इस गैंग के अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक इस गैंग के अभी तक 8 आरोपियों की पहचान हुई है, जिनमें से पुलिस ने 4 को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त ताज मोहम्मद उर्फ ताजू उर्फ चवन्नी 5वीं फेल है और ऑटो चलाने का काम करता था। पुलिस ने इस गैंग के गुड्डू, मतीन और काशिफ को भी गिरफ्तार किया है। ये लोग गाड़ी चोरी के मामले में कई बार जेल जा चुके हैं।
गाजियाबाद के एसीपी क्राइम ब्रांच अजीत कुमार ने बताया कि पकड़े गए गैंग ने अब तक 500 से ज्यादा गाड़ियों को चोरी करने की बात कबूल की है। गैंग सम्भल के आमिर व गुजरात के वडोदरा के आसिफ को ज्यादातर गाड़ियां सप्लाई करता था। आमिर को गैंग करीब 200 चोरी की गाडियां सप्लाई कर चुका है। आमिर ज्यादातर दुबई में रहकर काम करता है।
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Source : IANS