अजमेर स्पेशल पुलिस और मदनगंज थाना टीम को एक बड़ी कामयाबी मिली है। टीम ने लंबे समय से किशनगढ़ में चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गैंग से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस अंतर राज्य गैंग ने किशनगढ़ के आर के कॉलोनी समेत कई जगहों पर कई वारदातों को एक साथ अंजाम दिया था। मिल रही जानकारी के अनुसार वारदात को अंजाम देने के बाद गैंग के सभी सदस्य फरार हो जाते थे।
तकनीकी सहायता की मदद से पुलिस ने हरियाणा निवासी सतपाल फौजी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की जाने वाली कार और चोरी के 16 लाख रुपए के कीमती आभूषण भी बरामद किए हैं।
गैंग का मास्टरमाइंड सतपाल फौजी पूर्व में 100 से अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। फौजी ने महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा, कर्नाटक पश्चिम बंगाल सहित भारत के कई राज्यों में 15 से अधिक वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है। चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस गहनता से जांच-पड़ताल कर रही है। पुलिस का दावा है कि अभी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
अजमेर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि 22 मार्च को आरके मार्बल में काम करने वाले वीरेंद्र सिंह सोढा के घर में चोरी हुई। इस मामले में उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। इस तरह की दो वारदात और सामने आई। तीनों वारदातों में जांच के क्रम में पुलिस को कोई क्लू नहीं मिल रही थी। इसके बाद साइबर सेल की मदद ली गई और एक-एक सीसीटीवी को खंगालने के बाद हम सतपाल फौजी तक पहुंचे और फिर इस गैंग का पर्दाफाश हुआ।
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Source : IANS