झारखंड में दो दिनों में गर्मी और लू से 28 लोगों की मौत हो गई है। सबसे ज्यादा आठ मौतें पलामू जिले में हुई हैं, जबकि चतरा जिले में पांच, सरायकेला और पूर्वी सिंहभूम में तीन-तीन, गिरिडीह, जमशेदपुर, धनबाद और हजारीबाग में दो-दो और बोकारो जिले में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है।
स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जनों को हीट स्ट्रोक और गर्मी की वजह से बीमार होने वाले लोगों के लिए विशेष व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
चतरा जिले से मिली सूचना के अनुसार, हंटरगंज प्रखंड में लू लगने से महेश्वर साव, बाल गोविंद साव, मो. इलियास, कालेश्वर ठाकुर की मौत गुरुवार से लेकर शुक्रवार के बीच हुई। पलामू में भी शुक्रवार को छतरपुर थाना क्षेत्र के बारा गांव निवासी सुरेश राम की मौत लू लगने से हो गई।
इसके पहले गुरुवार को यहां सात लोगों की मौत हुई थी। हजारीबाग, गिरिडीह, गढ़वा, लातेहार और रांची में पिछले चार दिनों में हजारों चमगादड़ों की मौत हुई है। माना जा रहा है कि अत्यधिक गर्मी की वजह से ऐसा हो रहा है, लेकिन पशुपालन विभाग को आशंका है कि इसके पीछे कोई वायरस भी हो सकता है।
इस आशंका के मद्देनजर पशुपालन विभाग ने मृत चमगादड़ों के सैंपल जांच के लिए पुणे स्थित उच्चस्तरीय प्रयोगशाला भेजे हैं। इधर, गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड के सुंडीपुर गांव में कई ग्रामीणों ने मरे हुए चमगादड़ों को पकाकर खा लिया। इसकी जानकारी मिलते ही गढ़वा के उपायुक्त शेखर जमुवार ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट किया।
इसके बाद उस गांव में मेडिकल कैम्प लगाकर 25 ग्रामीणों की जांच की गई। गनीमत यह है कि मांस खाने वाले किसी ग्रामीण में अब तक कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है। लू और गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित गढ़वा और पलामू जिले में शुक्रवार को तापमान में एक डिग्री की गिरावट जरूर दर्ज की गई, लेकिन फिलहाल राहत नहीं है।
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक शुक्रवार को गढ़वा में अधिकतम तापमान 46.5 और पलामू में 46 डिग्री दर्ज किया गया। राज्य के कई जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिन जिलों में तापमान अब भी 40 डिग्री से ऊपर है, उनमें लातेहार, लोहरदगा, गुमला और चतरा शामिल हैं।
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Source : IANS