उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग पर आने वाले दुकान और रेस्टोरेंट मालिकों को नेम प्लेट लगाने के आदेश की बाबा रामदेव ने सराहना की है। उन्होंने रविवार को कहा कि जब रामदेव को अपनी पहचान बताने में कोई दिक्कत नहीं है, तो रहमान को क्यों दिक्कत होनी चाहिए?
उन्होंने कहा कि नाम छुपाने की कोई जरूरत नहीं है। अपने काम को शुद्धता और प्रमाणिकता से करना चाहिए। यदि हमारे कार्यों में पवित्रता और शुद्धता है, तो चाहे हम किसी भी धर्म या जाति के हों, यहां हर कोई भारतीय है, इसलिए सभी को भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए। बाबा रामदेव ने कहा कि हर किसी को अपनी पहचान पर गर्व होना चाहिए और इसे लेकर जो नैरेटिव बनाया जा रहा है, वह उचित नहीं है।
आदेश पर विपक्षी नेताओं के विरोध के बारे में उन्होंने कहा, इसके पीछे राजनीतिक मकसद है। लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि पीएम संविधान, दलितों, ओबीसी और मुसलमानों के लिए खतरा हैं। पूरे देश में उनके खिलाफ नफरत और घृणा फैलाई जा रही है। उन्हें मारने के लिए कुछ लोग उतारू हो रहे हैं - ठीक वैसे ही जैसे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला किया गया था और उनके कान के पास से गोली गुजरी थी। खैर, अब उनकी (ट्रंप की) जीत निश्चित है।
दिल्ली में श्री केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने के संबंध में बाबा रामदेव ने कहा कि हमारे प्रमुख तीर्थ स्थलों और मंदिरों का कोई विकल्प नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि भगवान के द्वारा बनाए गए धाम को कोई इंसान नहीं बना सकता। बाबा रामदेव ने चारों धामों के नामों का दुरुपयोग करने वालों को धामी सरकार द्वारा दी गई चेतावनी का स्वागत किया।
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Source : IANS