यूपी में 22 जुलाई से शुरू हो रहे कांवड़ यात्रा को लेकर योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। योगी सरकार ने कहा है कि यात्रा मार्ग पर दुकानों के संचालकों या मालिकों को अपनी पहचान लिखनी होगी। उत्तर प्रदेश सरकार में आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र दयालु ने योगी सरकार के इस फैसले को सराहा है।
उन्होंने कहा कि यह पारदर्शिता के लिए किया जा रहा है। समाज में काम करने वाले हर शख्स के बारे में सभी को जानने का हक है। यह पारदर्शिता के लिहाज से बहुत बड़ा कदम है, हम इसकी प्रशंसा करते हैं। सावन के पवित्र माह में हर यात्रियों के मन में होता है कि हम जिस दुकान पर बैठकर खाएं, वहां शुद्धता बरकरार हो। इससे उसके व्रत में विघ्न नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि किसी भी दुकानदार को अपनी जाति और नाम नहीं छिपाना चाहिए। इसको उजागर करने से समाज में पारदर्शिता बढ़ेगी और लोगों का विश्वास बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कांवड़ यात्रा मे लोग व्रत में होते हैं। शुद्धता और स्वच्छता मायने रखती है। यहां बस पवित्रता की मनसा है, किसी को ठेस पहुंचाने का कोई मकसद नहीं है। सरकार किसी के दिल को ठेस पहुंचाना नहीं चाहती है। वह बस पारदर्शिता चाहती है।
ओवैसी के सीएम योगी को हिटलर कहे जाने वाले बयान को लेकर मंत्री ने कहा कि ओवैसी को सुनते-सुनते देश ऊब चुका है। वे खुद को बहुत बड़ा आलोचक समझ कर हर बात पर बोलना जरूरी समझते हैं। सरकार के फैसले को किसी धार्मिक चश्में से नहीं देखना चाहिए।
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Source : IANS