अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अयोध्या की सुरक्षा में सीआरपीएफ, यूपी पुलिस, पीएसी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में नवगठित सुरक्षा दस्ता एसएसएफ की तैनाती की गई है।
अयोध्या की सुरक्षा के मद्देनजर 3,200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, सात जगह कंट्रोल रूम बनाया गया है। अयोध्या में रामलला की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है, जिसे लेकर हर तीसरे महीने सुरक्षा समिति की अहम बैठक होती है। इस बैठक में पुलिस के सभी दस्तों के डायरेक्टर रेंज के अधिकारी शामिल होते हैं।
बीते दिनों अयोध्या की सुरक्षा को और कड़ी करने के लिए एनएसजी की तैनाती का प्रस्ताव आया था, जिसको लेकर बीते दिनों एनएसजी की टीम ने यहां आकर सर्वे कर अपनी रिपोर्ट भेज दी थी।
कहा जा रहा है कि जल्द ही रामलला की सुरक्षा में एनएसजी कमांडो की तैनाती होगी। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि एनएसजी की तैनाती कब होगी। लेकिन, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सांकेतिक तौर पर कहा कि अयोध्या की सुरक्षा को लेकर एनएसजी भी रिपोर्ट तैयार कर चुकी है।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि एनएसजी ने भी सुरक्षा को लेकर सर्वे किया है। सर्वे करने सीआईएसएफ के अधिकारी भी यहां आ चुके हैं। आईबी और पुलिस के डायरेक्टर रेंज के अधिकारी अक्सर कहते हैं कि हमारे सामने प्रमुख रूप से राम मंदिर की सुरक्षा सबसे गंभीर बात है। अयोध्या और राम जन्मभूमि को हर समय फ्री और ओपन नहीं रखा जा सकता है।
इसी बीच एनएसजी कमांडो की टीम अयोध्या पहुंची। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए क्या-क्या प्रबंध हों, इसे लेकर एनएसजी की टीम प्रदर्शन करेगी। एनएसजी के जवान अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। आपातकाल में हेलीकॉप्टर से उतरना, ऊंचाई पर चढ़ना, लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के तरीके का एनएसजी प्रदर्शन करेगी।
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Source : IANS