मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में काफी ज्यादा बारिश हो सकती है। दूसरी तरफ पहाड़ी राज्यों में भी लगातार बारिश हो रही है। ऐसे में दिल्ली में पिछले साल की तरह ही बाढ़ की स्थिति ना बन जाए, इसके लिए दिल्ली सरकार के मंत्री विभागों के काम का जायजा लेने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंच रहे हैं।
दिल्ली सरकार की जल मंत्री आतिशी ने बुधवार को बाढ़ की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए लोहा पुल पर यमुना नदी और यमुना बाजार के निचले इलाके का दौरा किया। यमुना बाजार का इलाका नदी के बाढ़ क्षेत्र में आता है। यहां की ऊंचाई 205 मीटर है। यमुना नदी में जब खतरे के निशान से ऊपर पानी आता है तो यहां बाढ़ के हालात बन जाते हैं। दिल्ली सरकार ने फैसला किया है कि जब यहां जलस्तर 204 मीटर तक आ जाएगा तो मुनादी शुरू होगी और 205 मीटर जलस्तर होने पर लोगों को विस्थापित करना शुरू कर दिया जाएगा। पिछली बार अचानक जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे। इस बार बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पहले से की गई है।
आतिशी ने बताया कि इस बार कई जगहों पर जोरदार बारिश हो रही है। अगर हरियाणा या हिमाचल में भी बादल फटने से बारिश होती है तो यमुना में बाढ़ की संभावना होगी। हम उन हालातों से निपटने के लिए तैयार हैं। पिछले साल यमुना का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से 208 मीटर के ऊपर पहुंच गया था और सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। इस कारण दिल्ली में बाढ़ आ गई थी।
उन्होंने बताया कि बाजार में रह रहे लोगों से भी बचाव की तैयारियों के बारे में चर्चा की गई। पिछली बार दिल्ली में 40 साल में सबसे ज्यादा जलस्तर बढ़ा था। इस बार अभी से बाढ़ की तैयारी शुरू कर दी गई है। हमने पुराना लोहा पुल के आसपास के इलाकों का निरीक्षण किया। यहां यमुना बाजार भी है, जो दिल्ली के निचले इलाकों में है। पिछली बार यह इलाका सबसे पहले बाढ़ग्रस्त हुआ था। दिल्ली सरकार पूरी तरह तैयार है, यदि हमें शॉर्ट नोटिस पर भी लोगों को बाहर निकालना पड़े तो हम तैयार हैं। अभी जलस्तर खतरे के निशान से बहुत नीचे है। लेकिन, फिर भी हम हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
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Source : IANS