छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग को लेकर कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। कांग्रेस का कहना है कि, राज्य में शिक्षा मंत्री ही तय नहीं हो पा रहे हैं। सरकार नए निर्देश, आदेश और रिपोर्ट को तलब कर अधिकारियों पर सख्ती बरत रही है।
छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय कैबिनेट में गठन के साथ ही शिक्षा विभाग सीनियर विधायक बृजमोहन अग्रवाल को मिला। 22 दिसंबर 2023 से 19 जून 2024 तक वह विभाग के मंत्री रहे। जब बृजमोहन सांसद बने और केंद्र की राजनीति में एक्टिव हो गए, तो ये विभाग सीएम विष्णु देव साय के पास पहुंच गया।
लेकिन, सीएम के पास विभाग पहुंचने के साथ ही नए तेवर में शिक्षा की चर्चाओं ने रफ्तार पकड़ ली। इसके बाद एक के बाद एक बैठक होने लगी और अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी जाने लगी। अधिकारियों के साथ सख्ती दिखने लगी।
बता दें कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत पिछली सरकार ने साल 2022-23 में स्कूलों की मरम्मत का जो काम कराया था, उसमें भ्रष्टाचार के आरोप लगे। अब इसकी भी जांच हो रही है और अधिकारियों को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने निर्देश मिले हैं।
इसको लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने कांग्रेस सरकार को भ्रष्टाचार पर घेरा, जबकि कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी सरकार में स्कूल खुलने के समय शिक्षामंत्री ही नहीं है।
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Source : IANS