भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को रूस दौरे पर हैं। पीएम मोदी के इस दौरे पर हर किसी की नजर है। बिहार के मूल निवासी और रूस के कुर्स्क से पुतिन की पार्टी यूनाइटेड रूस के प्रतिनिधि अभय सिंह ने आईएएनएस से एक्सक्लूसिव बातचीत की है।
पीएम मोदी के रूस दौरे पर अभय सिंह ने कहा कि उनका इंतजार तो पिछले दो सालों से हो रहा था। मैं ही नहीं, व्लादिमीर पुतिन ही नहीं, बल्कि रूस की जनता उनको देखने के लिए, उनसे मिलने के लिए काफी उत्साहित हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा जियो पॉलिटिक्स के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है।
उन्होंने कहा कि इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर बात होगी। पिछले 75 सालों से दोनों देश के बीच बेहतर संबंध हैं। सबसे पहले युद्ध के मुद्दों पर बात होगी। इस दौरे के दौरान मैन्युफैक्चरिंग, इकोनॉमी, कल्चरल एक्सचेंज, जिओ पॉलिटिक्स पर बात होगी।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स करेंसी का आना एक बहुत बड़ा स्टेप होगा। इसके बाद ब्रिक्स में आने वाले सभी देशों के बीच आपस में ट्रेड शुरू हो जाएगा। पीएम मोदी के यहां आने से ना केवल लीडर्स खुश हैं, बल्कि यहां की जनता भी खुश हैं। पीएम मोदी रूस के लिए भी एक हीरो हैं।
मॉस्को के एक स्थानीय नागरिक ने कहा कि पीएम मोदी के यहां आने से हमें बहुत उम्मीद है। पीएम मोदी सभी के साथ अच्छा रिश्ता बनवाएंगे। हमारा रिश्ता और आगे बढ़े ये हमारी उम्मीद है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार दोपहर मॉस्को पहुंच गए। अभी से वो रूस की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। 2019 के बाद से यह उनकी पहली रूस यात्रा है और 2015 के बाद से यह उनकी पहली मॉस्को यात्रा है।
नई दिल्ली से रवाना होने से पहले अपने बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं अपने मित्र राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा करने और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए तैयार हूं।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत और रूस के बीच विशेष रणनीतिक साझेदारी पिछले 10 वर्षों में आगे बढ़ी है, जिसमें ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान शामिल है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS