यूपी के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसे की आग अब फरीदाबाद तक पहुंच चुकी है। सत्संग में भगदड़ मचने के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मौत होने की खबर है। मरने वालों में फरीदाबाद की रहने वाली तीन महिलाएं भी शामिल हैं, जिनका शव बुधवार को फरीदाबाद पहुंचा।
फरीदाबाद से सोमवार को एक बस में सवार होकर 50 से 60 लोग सत्संग सुनने हाथरस गए थे। इनमें से तीन महिलाओं की डेड बॉडी बुधवार को उनके घर पहुंची। ये महिलाएं फरीदाबाद के रामनगर की रहने वाली थीं। इन महिलाओं के घर में चीख पुकार मचा हुआ है।
मृतक महिलाओं के परिजनों ने बताया कि सोमवार को भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने के लिए बस से 50-60 लोग गए थे। इन्हीं में से तीन की मौत हो गई। लोगों ने प्रशासन पर बदइंतजामी के आरोप लगाए हैं और भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि पर भी कार्रवाई की मांग की है।
मृतक महिलाओं के परिजनों का कहना है कि सत्संग में 50 हजार लोगों के लिए इंतजाम किया गया था, लेकिन वहां एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए। उन्होंने बताया कि सत्संग के बाद जब बाबा जाने लगे, तब वहां जल छिड़का जाता है और बाबा के पैरों की मिट्टी लेने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ मच गई। वहां कीचड़ होने के चलते लोग फिसल कर गिर गए और भीड़ उनके ऊपर से गुजरती रही, इसके चलते श्रद्धालुओं को अपनी जान गंवानी पड़ी।
सत्संग से जान बचाकर लौटी एक महिला ने बताया कि बाबा के चरणों की मिट्टी लेने के लिए भीड़ बेकाबू हो गई। एक अन्य महिला ने बताया कि भगदड़ के दौरान उसके कान की बाली खींचने की कोशिश की गई। वहीं, एक अन्य महिला ने कहा कि यह सब भगवान की मर्जी थी।
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Source : IANS