चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने 28 जून को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में चीनी और अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारियों के बीच फोन कॉल के बारे में सवालों का जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका से राष्ट्रपति बाइडेन द्वारा किए गए वचनों को निभाने, चीन की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों का व्यवहारिक रूप से सम्मान करने और चीन-अमेरिका संबंधों के स्थिर विकास में सकारात्मक भूमिका निभाने की मांग की।
रिपोर्ट के अनुसार चीनी उप विदेश मंत्री मा चाओश्यू ने 27 तारीख को अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट कैम्पबेल के साथ फोन पर बातचीत की और उन्होंने चीन-अमेरिका संबंधों और आम चिंता वाले मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
चीनी प्रवक्ता ने चीन के रुख का परिचय दिया और जोर देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन के मूल हितों का और चीन-अमेरिका संबंधों में पहली दुर्गम लाल रेखा है। थाईवान स्वतंत्रता एक मृत अंत है, थाईवान स्वतंत्रता के समर्थन में शामिल होने से अंततः विनाश होगा। अमेरिका को तीन चीन-अमेरिका संयुक्त विज्ञप्तियों का पालन करना चाहिए, थाईवान को हथियार देना बंद करना चाहिए और थाईवान स्वतंत्रता का समर्थन न करने की अपनी प्रतिबद्धता को लागू करना चाहिए।
तिब्बत से संबंधित मुद्दे चीन की प्रभुसत्ता व प्रादेशिक अखंडता से संबंधित हैं। अमेरिका को किसी भी रूप में तिब्बती स्वतंत्रता बलों के समर्थन को बंद करना चाहिए और तिब्बत से संबंधित मुद्दों के माध्यम से चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए।
(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS