मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की इतनी बड़ी हार आखिर क्यों हुई? इसके कारण का पता लगाने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता शनिवार से दो दिन राजधानी भोपाल में मंथन करेंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा बनाई गई तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी उम्मीदवारों और नेताओं से संवाद करेेेेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य में लोकसभा चुनाव में पार्टी के हार के कारणों की समीक्षा के लिए तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई है। कमेटी में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण, सप्तगिरी उलका और जिग्नेश मेवानी को सदस्य बनाया गया है। तीनों सदस्य 29 और 30 जून को उम्मीदवारों और नेताओं से संवाद करेंगे।
पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार 29 जून को तीनों सदस्य लोकसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से बातचीत करेंगे। उनसे चुनाव के दौरान सामने आई स्थितियों को जानेंगे, वहीं 30 जून को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक करेंगे। राज्य में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट जीत नहीं सकी थी।
29 लोकसभा सीटों में से 27 पर कांग्रेस मुकाबले में थी। आपसी समझौते के तहत खजुराहो संसदीय क्षेत्र समाजवादी पार्टी को दिया गया था, तो वहीं इंदौर से कांग्रेस उम्मीदवार ने नामांकन वापस ले लिया था। बाकी 27 सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
गौरतलब है कि राज्य में पहली बार ऐसा हुआ है, जब कांग्रेस एक भी लोकसभा सीट जीत नहीं सकी, वहीं भाजपा ने सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की। कांग्रेस ने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को राजगढ़ और छिंदवाड़ा से सांसद रहे नकुलनाथ को चुनाव मैदान में उतारा था।
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Source : IANS