जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को बारामूला जिले में डैगर हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने इंडियन आर्मी के महत्व और उपयोगिता को रेखांकित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डैगर हेरिटेज कॉम्पलेक्स का उद्घाटन के अवसर पर मुझे प्रसन्नता और गौरव की अनुभूति हो रही है।
मेरा हर काम देश के नाम यह आदर्श वाक्य डैगर वॉर मेमोरियल में अंकित है, और इसी भावना के अनुरूप डैगर डिवीजन और डैगर आर्मी परिवार ने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि देश को सुरक्षित रखना है। साथ ही अपने देश की प्राचीन विरासत को भी संरक्षित रखना है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को कई बार आश्चर्य हो सकता है कि कैसे सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रही हमारी सेना संस्कृति और संस्कार को भी सहेज कर रखती है।
यह सवाल काफी स्वाभाविक है, लेकिन इसका उत्तर भी बहुत अनूठा है। यह गौरवशाली इंडियन आर्मी, जो विरासत को बचाना भी जानती है और नए भविष्य का निर्माण भी करना जानती है। यह देश की रक्षा के लिए हर पल अपने खून का एक-एक कतरा बहाने के लिए तैयार रहती है।
मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर देश के उन जांबाज जवानों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा कि हमारे शूरवीर देश के लिए सबसे बड़े आदर्श हैं। मैं डैगर डिवीजन टीम को बूमियार मंदिर के संरक्षण, लेजर लाइटिंग और उसके साउंड शो के लिए भी बधाई देता हूं।
यह मंदिर जम्मू-कश्मीर की अनमोल सांस्कृतिक विरासत है और हमारा जीवंत इतिहास भी है। उन्होंने कहा कि हमारी नई पीढ़ी को मालूम होना चाहिए कि हमारा हेरिटेज सिर्फ पत्थर या ग्रेनाइट का बना हुआ ढांचा नहीं है, बल्कि यह प्रेरणा का साकार स्रोत है। जिस पेड़ की जड़ेंं, जितनी गहरी होती हैं, वह उतना ही बड़ा होता है।
मनोज सिन्हा ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि डैगर हेरिटेज कॉम्प्लेेेेक्स हमारी संस्कृति को लोगों तक पहुंचाने और देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाले पर्यटकों को उससे जोड़ने में अवश्य कामयाब होगा।
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Source : IANS