आरबीआई ने रेपो रेट को यथावत 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) के फैसलों का ऐलान किया।
एमपीसी के 6 में से 4 सदस्य ब्याज दरों को स्थिर रखने पक्ष में थे। यह आठवां मौका है, जब केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। आखिरी बार फरवरी 2023 में रेपो रेट को 25 आधार अंक बढ़ाकर 6.50 प्रतिशत कर दिया गया था।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति के विड्रॉल ऑफ अकोमोडेशन रुख कायम रखने का फैसला किया गया है।
जीडीपी वृद्धि दर को लेकर दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था ने 8.2 प्रतिशत की दर से विकास किया है और हमारा मानना है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय जीडीपी 7.2 प्रतिशत की दर से विकास कर सकती है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए आरबीआई ने जीडीपी अनुमान 0.20 प्रतिशत बढ़ाया है। यह पहले 7.00 प्रतिशत था।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 7.3 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 7.2 प्रतिशत रह सकती है।
आरबीआई ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2024-25 में महंगाई दर 4.5 प्रतिशत रह सकती है। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में महंगाई दर 4.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रह सकती है।
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Source : IANS