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राहुल गांधी ने खुद माना कि वो पिछड़ों के विरोध में हैं : शहजाद पूनावाला

राहुल गांधी ने खुद माना कि वो पिछड़ों के विरोध में हैं : शहजाद पूनावाला

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार केंद्रीय प्रशासन में ओबीसी की उपेक्षा को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर नजर आ रहे हैं। बीते दिनों हरियाणा में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि मैं जब से पैदा हुआ हूं, तब से सिस्टम में हूं, मुझे अच्छे से पता है कि किस तरह से कई व्यवस्थाएं ओबीसी विरोधी हैं। राहुल के इसी बयान पर अब बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने निशाना साधा है।

उन्होंने कहा, “आखिरकार कांग्रेस के शहजादे ने इस बात को स्वीकार कर लिया कि जब उनकी नानी इंदिरा गांधी सत्ता में थीं और डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, उस वक्त से ही केंद्रीय प्रशासन ने कई नीतियां पिछड़ी जातियों के विरुद्ध बनाई थीं, लेकिन तत्कालीन सरकार की बेबसी देखिए कि वो आज तक इसे बदल नहीं सके।“

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “राहुल अब खुद इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि उनके परिवार ने सत्ता में रहने के दौरान दलितों और पिछड़ों के लिए किस तरह की मानसिकता रखी थी या वो इतने अक्षम थे कि आज तक इसे बदल नहीं पाए या इसे बदलने की उनकी कोई मंशा नहीं थी, क्योंकि आज भी हमें देखने को मिलता है कि कैसे राहुल गांधी पिछड़ों से अधिकार छीनकर मुस्लिमों को देने की पैरवी करते हैं।

उन्होंने कहा, हमने देखा है कि कैसे कांग्रेस ने जामिया यूनिवर्सिटी में मुस्लिमों के लिए आरक्षण का प्रावधान किया। इन्होंने इस तरह की व्यवस्था कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भी लागू की। इससे कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ चुका है। यह लोग धर्म के आधार पर आरक्षण की पैरवी कर रहे हैं।“

बता दें कि राहुल गांधी ने बुधवार को पंचकूला सेक्टर 5 के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में समृद्ध भारत संस्था की ओर से आयोजित संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था कि वो शुरू से ही सिस्टम में हैं और उन्हें यह अच्छे से पता है कि कैसे केंद्रीय प्रशासन की मौजूदा स्थिति ओबीसी और पिछड़ों के विरोध में हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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