भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने स्वाति मालीवाल के साथ हुई मारपीट के मामले में बिभव कुमार की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अब जब केजरीवाल के सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया गया है तो वह दिन दूर नहीं जब अरविंद केजरीवाल की राजनीति के कई गंदे पन्ने सार्वजनिक होंगे।
उन्होंने आप पर संपादित वीडियो के जरिए स्वाति मालीवाल को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस से तुरंत मुख्यमंत्री आवास की पूरी सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले लेने की भी मांग की।
उन्होंने स्वाति मालीवाल को लेकर आप नेताओं द्वारा दिए जा रहे बयानों की निंदा करते हुए यह भी कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि अरविंद केजरीवाल अपने दशकों पुराने रिश्ते को भूलकर अब अपनी साथी स्वाति मालीवाल के चरित्र को धूमिल कर रहे हैं, जो उनके साथ दो दशकों से अधिक समय से जुड़ी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि अब जब पूरी आम आदमी पार्टी स्वाति मालीवाल के चरित्र को धूमिल कर रही है, तो केजरीवाल के लिए आगे आने और स्वाति मालीवाल के साथ अपने दशकों पुराने संबंधों को स्पष्ट करने का समय आ गया है। यह खेदजनक है कि स्वाति मालीवाल को बदनाम करने के प्रयास में कल से सोशल मीडिया समूहों में संपादित वीडियो प्रसारित किया जा रहा है।
सचदेवा ने आगे कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि केजरीवाल विभव कुमार को अपने ही घर में छुपा रहे थे, जिससे साफ पता चलता है कि विभव और केजरीवाल व्यक्तिगत रूप से कितने करीब हैं। उन्होंने कहा कि आज टीम केजरीवाल मालीवाल की मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए प्रोटोकॉल की बात कर रही है, लेकिन ये वही स्वाति मालीवाल हैं जो तीन महीने पहले ही मुख्यमंत्री की इतनी करीबी थीं कि उन्हें राज्यसभा का सदस्य बना दिया गया। भाजपा एक प्रमुख राजनीतिक दल है, लेकिन हमारे किसी भी सांसद को प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिए किसी प्रोटोकॉल का पालन नहीं करना पड़ता। बिभव कुमार सिर्फ मुख्यमंत्री केजरीवाल के समर्थक या सहयोगी नहीं हैं, बल्कि वह उनके अच्छे-बुरे कर्मों के राज़दार भी हैं और वह एक ऐसा तोता हैं, जिसमें अरविंद केजरीवाल की आत्मा बसती है। केजरीवाल जानते हैं कि अगर बिभव कुमार के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई तो वह कई करतूतों का खुलासा कर सकते हैं और इसीलिए केजरीवाल को उन्हें अपने घर में छिपाना पड़ा।
सचदेवा ने कहा कि स्वाति मालीवाल पहली महिला नेता नहीं हैं जिन्हें केजरीवाल की पार्टी ने बदनाम किया है या उन पर आरोप लगाया है। इससे पहले, उन्होंने दिवंगत सहकर्मी संतोष कोली के अलावा किरण बेदी, शाज़िया इल्मी और ऋचा पांडे के बारे में भी सवाल उठाए थे, जिनमें से कई महिला सहयोगियों को अपमानजनक व्यवहार के कारण केजरीवाल को छोड़ना पड़ा था।
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Source : IANS