कल्पना मुर्मू सोरेन झारखंड के सीएम रहे हेमंत सोरेन की पत्नी हैं और राजनीति में उनकी औपचारिक एंट्री बीते 4 मार्च को हो चुकी है। इन ढाई महीनों में वह झारखंड में “इंडिया” गठबंधन का प्रमुख चेहरा बन गई हैं।
वह गिरिडीह जिले की गांडेय विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा की प्रत्याशी हैं, लेकिन स्टार प्रचारक के तौर पर पूरे राज्य का दौरा कर रही हैं। राज्य की 14 सीटों पर गठबंधन की ओर से चलाए जा रहे चुनावी अभियान में कल्पना सोरेन ने खुद को दिन-रात झोंक रखा है।
इसी व्यस्तता के बीच उन्होंने आईएएनएस से कई अहम मुद्दों पर बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश :
सवाल : पति के जेल जाने के करीब डेढ़ महीने बाद कल्पना सोरेन 4 मार्च, 2024 को राजनीति में एंट्री का ऐलान करती हैं। इसके ठीक तीन महीने बाद 4 जून को जब चुनाव के रिजल्ट आएंगे, तब कल्पना सोरेन झारखंड की जनता के सामने किस रूप में होंगी?
जवाब : आप खुद देख रहे होंगे कि कल्पना सोरेन जिस दिन से सामाजिक-राजनीतिक जीवन में आई है, उसी दिन से इसपर जनता प्यार की बारिश कर रही है। कल्पना को जो प्यार मिल रहा है, वह हेमंत सोरेन के त्याग और संघर्षों की कमाई है। मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि लोग उसमें अपनी बहन, बेटी, बहू, दीदी की छवि देख रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि 4 जून को गांडेय विधानसभा क्षेत्र की जनता के सहयोग-समर्थन की बदौलत मैं झारखंड विधानसभा के लिए उनकी निर्वाचित प्रतिनिधि बन जाऊंगी। मेरे लिए यह बहुत बड़ा सौभाग्य होगा। गांडेय की माताएं-बहने, युवा-बुजुर्ग मुझे आज जिस तरह प्यार दे रहे हैं, उससे पक्का यकीन है कि विधानसभा के आने वाले मानसून सत्र में मैं सदन में उनकी आवाज रखने वाली मेंबर के रूप में मौजूद रहूंगी।
सवाल : कुछ राजनीतिक पंडित भविष्यवाणी कर रहे हैं कि 4 जून को विधायक बनने के बाद कल्पना सोरेन के पास झारखंड के सीएम की कुर्सी भी होगी।
जवाब : यह बिल्कुल हाइपोथेटिकल सवाल है। मेरी प्राथमिकता अभी गांडेय विधानसभा उपचुनाव और राज्य की 14 लोकसभा सीटों का चुनाव है। मैं पार्टी की समर्पित सिपाही के रूप में चुनावी अभियान में जुटी हूं।
सवाल : हेमंत सोरेन की गैरमौजूदगी में क्या झारखंड में इंडिया गठबंधन का चुनावी अभियान प्रभावित हुआ है? आप हेमंत सोरेन की कमी दूर कर पा रही हैं?
जवाब : हेमंत सोरेन को चाहने वाले राज्य के करोड़ों लोग उन्हें मिस कर रहे हैं। उनकी जगह तो कोई भी नहीं ले सकता। उनके रहने से हर व्यक्ति खुद को मजबूत महसूस करता है। “हेमंत है तो हिम्मत है” का नारा जनता की भावनाओं से ही उपजा है। जनता जानती है कि हेमंत जी को झूठे आरोपों और साजिशों के तहत जेल भेजा गया है, इसलिए एक-एक व्यक्ति खुद को हेमंत जी के रूप में देख रहा है। हेमंत जी भले ही फिजिकल तौर पर जनता के बीच नहीं हैं, लेकिन मानसिक तौर पर वह हम सबके बीच हैं। मैं उनकी प्रतिनिधि के रूप में और पार्टी की सिपाही के रूप में लोगों के बीच उनकी ही बातें रख रही हूं। जनता हेमंत सोरेन पर प्यार लुटा रही है।
सवाल : ईडी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ चार्जशीट फाइल की है। उनके खिलाफ ट्रायल भी शुरू कराने की तैयारी हो गई है। आप क्या सोचती हैं इस पूरे प्रकरण पर?
जवाब : मैं क्या, झारखंड राज्य की पूरी जनता जानती है कि हेमंत जी को जबरन फंसाया गया है। जिस जमीन के मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, उसके मालिक हेमंत जी किसी हाल में हो ही नहीं सकते। ईडी एक भी कागज या एक भी सबूत नहीं दे पाई है कि यह जमीन हेमंत जी की है। आप कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल में डालते हैं और फिर उनके मुंह में अपनी जुबान डालकर कहते हैं कि जमीन हेमंत जी की है। किसी के मौखिक कहने से क्या कोई जमीन-जायदाद हमारी हो जाएगी? हेमंत जी को जेल भेजना था तो बीजेपी के इशारे पर झूठा मामला थोप दिया गया। समय आने दीजिए, सब साफ हो जाएगा। हेमंत जी बेदाग थे, बेदाग रहेंगे। अदालत पर भरोसा है। अंत में जनता की अदालत सबसे बड़ी है।
सवाल : झारखंड सरकार के मंत्री के पीएस और उनसे जुड़े लोगों के घर से करोड़ों की रकम मिली है। अब तो मंत्री आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार कर लिया गया। क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है?
जवाब : एक बात साफ कर दूं कि अगर कहीं किसी तरह का भ्रष्टाचार है तो हम उसका समर्थन कभी नहीं करते। खुद हेमंत जी का भ्रष्टाचार पर हमेशा सख्त रुख रहा है। अब इस मामले में सच क्या है, इसकी जांच होने दीजिए। मंत्री जी पर क्या आरोप लगाया गया है और उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार किया गया है, सारी बातों को सामने आने दीजिए। हम आपको सच और ईमान के साथ खड़े दिखेंगे। मैं एक बात यह भी जोड़ूंगी कि जब किसी को सिर्फ राजनीतिक कारण से जेल भेजा जाता है तो यह भी बड़ा भ्रष्टाचार है। जब आप चुन-चुन कर विरोधियों को टारगेट करते हैं तो यह भी भ्रष्टाचार है। मीडिया को इन भ्रष्टाचारों को भी उजागर करना चाहिए।
सवाल : आपकी जेठानी सीता सोरेन पार्टी और परिवार छोड़कर भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रही हैं। वह आप लोगों पर कई तरह के आरोप लगा रही हैं।
जवाब : देखिए, उन्होंने अपना फैसला लिया। वह जो सोच रही हैं, जो कर रही हैं, वह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। हमारी दीदी हैं वो। पारिवारिक रिश्ते में उनका हमेशा सम्मान है। हमारे परिवार के ज्यादातर लोग सार्वजनिक जीवन में हैं और जनता हमारे बारे में सब कुछ जानती है।
सवाल : झारखंड में लोकसभा चुनाव में एक तरफ नरेंद्र मोदी का प्रभावशाली चेहरा है और दूसरी तरफ कई नेताओं के चेहरों वाला आप लोगों का गठबंधन। आपके हिसाब से इस मुकाबले का नतीजा 4 जून को क्या आने वाला है?
जवाब : उनका सिर्फ एक व्यक्ति-एक चेहरे पर जोर है और हमारा चेहरा करोड़ों जनता के चेहरे से कुछ अलग नहीं है। उनके चेहरे पर चढ़ा जुमलों पर नकाब उतर गया है। हमारी ओर से जनता खुद मुकाबले में उतरी है। जनतंत्र में जनता की ही जीत होगी। हमें भरोसा है कि हम झारखंड में सभी 14 लोकसभा सीटों और गांडेय विधानसभा सीट पर जीत रहे हैं। वैसे, 4 जून में अब देर ही क्या है, पूरी तस्वीर सबके सामने होगी।
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Source : IANS