मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में महंत को महामंडलेश्वर बनाने के नाम पर की गई ठगी के आरोप में पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जयपुर निवासी सुरेश्वरानंद गिरी की शिकायत पर उज्जैन के चिमनगंज थाने में निरंजनी अखाड़े से निष्कासित पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी और उनके सहयोगी अश्विनी चौधरी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था।
शिकायत में आरोप लगाया गया था कि मंदाकिनी ने उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि दिलाने के लिए 7.50 लाख रुपए लिए थे और बाद में न तो कोई उपाधि दी और न ही राशि अखाड़े मुख्यालय तक पहुंची।
बाद में पता चला कि निरंजनी अखाड़े की ओर से महामंडलेश्वर बनाने के लिए न तो कोई राशि ली जाती और न ही महंत के नाम पर कोई निर्णय लिया गया है।
इसी शिकायत के आधार पर चिमनगंज थाने की पुलिस ने मंदाकिनी को गिरफ्तार कर लिया। जब शिकायत दर्ज हुई थी तो पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी ने फिनाइल पी ली थी और उसके बाद से उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था। जैसे ही वह अस्पताल से डिस्चार्ज हुईं, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
बताया गया है कि जयपुर के महामंडलेश्वर ने भी इस मामले में महाकाल थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि मंदाकिनी ने आचार्य महामंडलेश्वर बनाने के लिए ठगी की थी। उन्होंने पिछले सात महीने में अलग-अलग किस्तों में ऑनलाइन ट्रांसफर से राशि ली थी।
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Source : IANS