बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि तीसरे चरण के मतदान के बाद विपक्ष के सारे मंसूबे धराशायी हो गए हैं। अवसाद और बौखलाहट में ये लोग अनर्गल प्रलाप करने लग गए हैं।
सिन्हा ने आगे कहा कि जहां बिहार में लालू प्रसाद और उनके युवराज हर दिन धार्मिक और जातीय उन्माद का जहर उगल रहे हैं, वहीं कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम देश को जाति, धर्म और नस्ल के आधार पर बांटने में जुट गया है।
सिन्हा ने आगे कहा कि सैम पित्रोदा ने मां भारती की संतानों को लेकर जो नस्लवादी टिप्पणी की है, उससे कांग्रेस की अभिजातवादी सोच सामने आती है। सैम पित्रोदा का वास्तविक नाम सत्यनारायण पित्रोदा है, लेकिन उनको अपने भारतीय नाम तक से परहेज है। भारत और भारतीयता के प्रति उनके मन में हमेशा से तिरस्कार का भाव रहा है। ऐसे लोग कांग्रेस और इंडी गठबंधन के थिंक टैंक रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस की नस्लवादी और एलीट सोच रखने वाले लोगों ने 60 वर्षों तक भारत के लोगों को हीनभावना के साथ जीने को मजबूर रखा। ये देश के लोकतंत्र को मुगलों और अंग्रेजों की तरह कुलीनतंत्र बनाकर रखना चाहते हैं, इसलिए इनका पूरा गठबंधन वास्तव में परिवारवादी शहजादों की एक पिटी हुई फौज है।
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Source : IANS