छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंह देव ने आईएएनएस से खास बातचीत में शुक्रवार को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष और राहुल गांधी के करीबी सैम पित्रोदा के इनहेरिटेंस टैक्स (विरासत कर) पर दिए बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इस मामले पर देश की जनता को इतना ज्यादा गुमराह कर रहे हैं, जो अत्यधिक दुख की बात है।
टीएस सिंह देव ने कहा कि आपको तो मालूम होगा कि सैम पित्रोदा ने क्या कहा है और सैम पित्रोदा की बात कांग्रेस पार्टी के लिए मुहर है, यह मेरी जानकारी में नहीं है। वह कांग्रेस के साथी हैं, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। लेकिन, पॉलिसी डिसीजन में जो वह कहते हैं, वही होता है, ऐसी मेरी कुछ जानकारी में नहीं है कि उनकी बात गंभीरता से ली जाती है या सुनी जाती है।
उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा ने बयान दिया है कि अमेरिका में एक इनहेरिटेंस टैक्स है और वहां पर अमीर लोग जो होते हैं, उनकी संपत्ति के साथ क्या होता है, उनकी मृत्यु के बाद लगभग आधा हिस्सा बच्चों को मिलता है, जबकि आधा सरकार के पास चली जाती है। उन्होंने बताया कि वहां अमीरों के साथ ऐसा होता है। गरीबों के साथ नहीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह केवल चर्चा का विषय है और इस पर चर्चा हो सकती है। उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि इसे कांग्रेस देश में लागू करेगी। और, जब बात अमीरों की हो रही है तो गरीबों के गले से मंगलसूत्र जाने की बात कहां से बीच में आई। पूरे बयान को नहीं सुना गया और उसको तोड़-मरोड़कर कुछ से कुछ बना दिया गया।
उन्होंने आगे कहा, अत्यंत दुर्भाग्य की बात है कि बहुत ही जिम्मेदार माने जाने वाले संवैधानिक पद पर बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात पर देश की जनता को इतना ज्यादा गुमराह कर रहे हैं। देश के लिए यह अत्यधिक दुख की बात है। पीएम मोदी जगह-जगह चुनाव प्रचार में भाषण दे रहे हैं कि देश में गरीबों का मंगलसूत्र चला जाएगा और यह हो जाएगा, वह हो जाएगा। क्या बेतुकी बातें हो रही हैं और चुनाव आयोग सो रहा है। बोला क्या जा रहा है। पीएम मोदी और भाजपा के नेता क्या-क्या बोल रहे हैं, इन बयानों को संज्ञान में लेकर कार्रवाई करने का हौसला नहीं लगता है, चुनाव आयोग में निष्पक्षता नहीं है, बहुत ही दुखद और बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है।
टीएस सिंह देव ने कहा, सैम पित्रोदा का जो कहना है, वह उनका एक विचार हो सकता है। आप जानते होंगे सुब्रमण्यम स्वामी भारतीय जनता पार्टी में हैं। उनकी बातें भाजपा के ऑफिशियल बयान माने जाते हैं, वो क्या-क्या बोलते हैं और उन्होंने क्या-क्या बोला है? प्रधानमंत्री मोदी कह रहे हैं कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में लिखा हुआ है और सैम पित्रोदा कह रहे हैं यह तो पता नहीं बाद में क्या होगा, क्या नहीं होगा। यह चर्चा का विषय है और इस विषय के संदर्भ में भाजपा के शासनकाल में जयंत सिन्हा जब स्टेट मिनिस्टर ऑफ फाइनेंस थे, उन्होंने प्रपोजल रखा था। यह क्यों गुमराह करते हैं भोले- भाले देश के नागरिकों को जिनको सारी जानकारियां नहीं होती और फिर प्रधानमंत्री जैसे जिम्मेदार पद पर आसीन हैं, बहुत ही दुख की बात। अत्यंत दुख की बात है।
बता दें कि सैम पित्रोदा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अमेरिका में 55 फीसदी विरासत कर लगता है। सरकार किसी की मृत्यु के बाद उसकी संपत्ति का 55 फीसदी हिस्सा ले लेती है।
उन्होंने कहा था कि संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए। अगर किसी व्यक्ति के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है तो उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को और 55 फीसदी संपत्ति सरकार की हो जाती है। इनहेरिटेंस टैक्स की पैरवी करते हुए पित्रोदा ने कहा कि भारत में ऐसा कानून नहीं है। ऐसे मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए और वे ऐसी नीतियों की बात कर रहे हैं, जो लोगों के हित में हो ना कि सिर्फ अमीरों के हित में।
गौरव वल्लभ के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के सवाल पर टीएस सिंह देव ने कहा कि देखिए उनको झारखंड से टिकट चाहिए था। मैं उस कमेटी का हिस्सा था। गौरव वल्लभ ने कहा था कि मुझे अगर झारखंड से टिकट मिल जाए, फिर वह राजस्थान से टिकट चाह रहे थे। उनको टिकट नहीं मिला। वह पार्टी छोड़कर चले गए। रही बात और नेताओं के पार्टी छोड़ने की तो मैं तो कह रहा हूं कि भाजपा में वाशिंग मशीन नहीं लॉन्ड्री सिस्टम चल रहा है। यहां आकर सब धुल जा रहे हैं।
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Source : IANS