सरकार ने साइबर फ्रॉड रोकने के लिए सोमवार को चक्षु पोर्टल लॉन्च किया, जिसमें आम लोग संभावित साइबर धोखाधड़ी वाले मैसेज या कॉल का विवरण अपलोड करेंगे और कानून तथा प्रवर्तन एजेंसियां उन पर फ्रॉड होने से पहले ही कार्रवाई कर सकेंगी।
संचार तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान की उपस्थिति में एक कार्यक्रम में चक्षु पोर्टल और डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (डीआईपी) लॉन्च किया।
चक्षु पोर्टल का लिंक ancharaathi.gov.in पर है। इसमें हिंदी, अंग्रेजी और संस्कृत के अलावा 16 क्षेत्रीय भाषाओं में रिपोर्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
यदि आपके पास केवाईसी समाप्ति या बैंक खाते, भुगतान वॉलेट, सिम, गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन काटने, पैसे भेजने, दूरसंचार विभाग द्वारा सभी मोबाइल नंबरों को बंद करने आदि के नाम पर या सेक्सटॉर्शन के लिए धोखाधड़ी के इरादे से कॉल, एसएमएस या व्हाट्सएप मैसेज आता है तो पोर्टल पर उसकी रिपोर्ट की जा सकती है।
शिकायत के लिए अन्य विवरणों के साथ ऐसे कॉल या मैसेज का स्क्रीनशॉट भी अटैच किया जा सकता है।
संचार मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई पहले ही साइबर अपराध या वित्तीय धोखाधड़ी का शिकार हो चुका है, तो उसे चक्षु पोर्टल की बजाय भारत सरकार के साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करनी चाहिए।
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Source : IANS