मध्य प्रदेश में भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। पार्टी ने 10 फीसदी वोट में इजाफे की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है तो वहीं कांग्रेस मुक्त बूथ बनाने का भी संकल्प लिया है।
हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी सफलता से पार्टी कार्यकर्ता से लेकर नेता तक उत्साहित हैं और वह लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर जीत का दावा कर रहे हैं। वैसे राज्य के 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर भाजपा का कब्जा है और भाजपा ने सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया है।
राज्य के संगठन से जुड़े लोग बूथ स्तर पर सक्रिय हैं और विधानसभा स्तर पर बैठक करके कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का निर्देश दे रहे हैं। पार्टी को बीते विधानसभा चुनाव में 49 फीसदी वोट हासिल हुए थे और पार्टी संगठन ने अब तय किया है कि लोकसभा चुनाव में इसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी की जाएगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधानसभा चुनाव से पहले भोपाल में नारा दिया था मेरा बूथ, सबसे मजबूत और देशभर के बूथ कार्यकर्ताओं से उन्होंने संवाद भी किया था। उन्होंने कहा था कि अगर बूथ मजबूत है तो हम मजबूत हैं, इसीलिए प्रत्येक कार्यकर्ता कमल के फूल को अपना उम्मीदवार मानकर जुट गया था। अब हमें 10 प्रतिशत वोट हर बूथ पर बढ़ाना है। हर बूथ को मोदी का बूथ बनाकर कांग्रेस मुक्त बूथ बनाना है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में मिली सफलता से पार्टी के नेता उत्साहित हैं और 29 सीटों पर जीत के साथ वोट प्रतिशत बढ़ाने का दावा कर रहे हैं। भाजपा का प्रदेश संगठन देश भर के राज्यों के लिए हमेशा आदर्श रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने बूथ विस्तारक अभियान चलाया था, जिसकी पूरे देश में चर्चा हुई थी। यही कारण है कि भाजपा ने कांग्रेस मुक्त बूथ पर काम शुरु कर दिया है।
पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए प्रदेश प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति की जा चुकी है। इसके साथ ही क्लस्टर बनाकर प्रमुख नेताओं को जिम्मेदारियां सौंपी जा चुकी हैं। इसके अलावा संगठन सक्रिय है और कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने का निर्देश दिया जा रहा है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS