उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी ने अयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण ठुकराने पर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है।
उन्होंने कहा, हिन्दू आस्था को चोट पहुंचाने में कांग्रेस बाबर से भी आगे निकल गई है। ये वही कांग्रेस पार्टी है, जिसने प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताते हुए उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दाखिल किया था। कांग्रेस ने ही राम मन्दिर के निर्माण के विरोध में न्यायालय में वकीलों की फ़ौज खड़ी की थी और उच्चतम न्यायालय में कहा था कि राम मंदिर का निर्णय चुनाव के बाद लिया जाए।
औद्योगिक विकास मंत्री ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि निमंत्रण पत्र मिलने के बाद समारोह में शामिल न होने का निर्णय लेने में 10-15 दिन लगा दिए और इसका कारण बताया है कि आयोजन राजनीतिक है। कांग्रेस नेताओं में हिम्मत थी तो पहले दिन ही मना कर दिया होता। साफ है कि इतने लम्बे समय तक चुनावी नफा-नुकसान का आकलन करते रहे और फिर चुनावी आयोजन का बहाना बनाकर मना कर देना हास्यास्पद है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि अपनी राजनीति चमकाने और वोटबैंक साधने के लिए मन्दिर की आड़ लेना कांग्रेस के पतन की पराकाष्ठा है। इसमें तनिक भी संदेह नहीं है कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की ढपली पर नाचने वाली कठपुतलियों की जमात है।
औद्योगिक विकास मंत्री ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कोट के ऊपर जनेऊ पहनना राजनीतिक नहीं है? टोपियां लगाकर इफ्तार करना राजनीतिक नहीं है? लेकिन, संवैधानिक तरीके से सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के क्रम में प्रभु श्रीराम के मन्दिर का निर्माण राजनीतिक है? यह कांग्रेस की संकीर्ण और हिंन्दू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।
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Source : IANS