रामलला के भव्य मंदिर का उद्घाटन होने के बाद अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या में ट्रैफिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में जुटी हुई है।
इसी क्रम में जिला कचहरी के बाहर मुख्य मार्ग पर अधिवक्ताओं व वादकारियों के वाहनों से लगने वाले जाम से अब नगरवासियों को निजात मिलने वाली है। राज्य स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत अयोध्या में कचहरी के बाहर मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। पार्किंग के बन जाने से अधिवक्ताओं और वादकारियों को अपने वाहन खड़ा करने के लिए सड़कों पर स्थान ढूंढने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यहाँ मल्टीलेवल पार्किंग की आवश्यकता काफी लंबे समय से महसूस की जाती रही है।
बता दें कि 2007 में कचहरी में हुए बम ब्लास्ट कांड के बाद परिसर में दो पहिया और चार पहिया वाहनों की पार्किंग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया था। जिला प्रशासन के अधिकारियों के अतिरिक्त किसी अन्य का वाहन कचहरी परिसर में दाखिल नहीं हो सकता था। इसके बाद अधिवक्ता और वादकारी सड़कों पर इधर-उधर वाहनों को खड़ा करने लगे, जिससे सड़क पर जाम की समस्या बढ़ती गई। इस समस्या का निदान करने के लिए अधिवक्ता संघ की ओर से कई बार शासन से मांग की जाती रही।
अधिवक्ताओं की इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत 37.08 करोड़ की लागत वाली स्मार्ट वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कराने की जिम्मेदारी कार्यदायी संस्था सीएनडीएस उत्तर प्रदेश जल निगम अयोध्या को सौप दी थी।
मल्टी लेवल पार्किंग की बिल्डिंग का निर्माण 20 मार्च 2022 को प्रारंभ हुआ। कार्य लगभग 96 प्रतिशत पूरा हो चुका है। पार्किंग में 282 चार पहिया वाहन 309 दो पहिया वाहन 15 दुकान व एक कैंटीन की व्यवस्था की गई है। इस बिल्डिंग में चार लिफ्ट भी लगाई गई है। इसके अलावा ई-चार्जिंग पॉइंट भी बनाया गया। निर्माण कार्य 15 दिसंबर तक पूरा करने की समय सीमा दी गई थी। सीमा के अंदर निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
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Source : IANS