मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक तरफ जहां प्रचंड जीत मिली है, कई स्थानों पर भाजपा को हार भी मिली है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हार वाले स्थानों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ राघौगढ़ पहुंचे और कांग्रेस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि ईवीएम ने नहीं, बल्कि, कांग्रेस को उसके अहंकार ने हराया है।
राघौगढ़ में रोडशो करके कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस और दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला करते हुए चौहान ने कहा कि जिन्होंने 10 साल प्रदेश और राघौगढ़ में राज किया वो प्रदेश और राघौगढ़ के अपराधी हैं। साल 2003 में मैंने राघौगढ़ से चुनाव लड़ा था। उस वक्त मुझे लगता था कि मुख्यमंत्री का क्षेत्र है तो विकास भी बेहतर ही हुआ होगा, लेकिन जैसे ही मैंने राघौगढ़ में प्रवेश किया तो पता ही नहीं चला कि, सड़कों में गड्ढे हैं या फिर गड्ढों में सड़कें। न बिजली थी, न पानी था, न ही सड़कें थी। कांग्रेस के जमाने में पूरा प्रदेश अंधेरे में डूबा हुआ था।
शिवराज ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि राघौगढ़ को जो अपनी जागीर मानते थे और जिनके पास आस-पास की सीटों को जिताने का ठेका था, उनके जिले में भाजपा प्रत्याशी 60 हजार, 50 हजार वोटों से जीते हैं।
शिवराज ने ईवीएम पर दोष मढ़ने वालों को लेकर कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचें, कांग्रेसी अब ईवीएम पर दोष मढ़ रहे हैं कि ईवीएम ने हरा दिया, ईवीएम ने हरा दिया। कांग्रेस ईवीएम मशीन से नहीं बल्कि अपने अहंकार से हारी है। जिस दिन कांग्रेस कर्नाटक में जीती थी, उसी दिन भाजपा मध्य प्रदेश में जीत गई थी, क्योंकि कर्नाटक की जीत ने कांग्रेसियों के अंदर अहंकार भर दिया था।
शिवराज ने कहा कि मेरे बहनों-भाइयों मैं मिशन-29 के लिए आया हूं। लोकसभा चुनाव में भाजपा को मध्यप्रदेश में 29 में से 29 सीटें जिताकर नरेंद्र मोदी के गले में 29 कमल की माला डालनी है। उसके लिए केवल 29 सीटें नहीं पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों से जीतें, इसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेगे।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS