गाजियाबाद में एक 74 साल के बुजुर्ग से जालसाजों ने डीपफेक के जरिए हजारों रुपए की ठगी की। फिर, वीडियो कॉल में एडीजी का वीडियो बनाकर उसे धमकाने की कोशिश की। जिसके बाद बुजुर्ग की बेटी ने पुलिस से कंप्लेंट की है और पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है।
अगर बात करें तो उत्तर प्रदेश में डीपफेक से ठगी का यह पहला मामला माना जा रहा है। इसमें एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की भूमिका भी शामिल होती दिखाई दे रही है। फ्रॉड ने जब बुजुर्ग को वीडियो कॉल किया तो उस पर जिस पुलिस अफसर का चेहरा दिख रहा था वो प्रेमप्रकाश का है, जो रिटायर एडीजी हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक कविनगर थाना इलाके के गोविंदपुरम में रहने वाले 74 साल के अरविंद शर्मा ने कुछ दिन पहले ही नया मोबाइल लिया था और उसमें फेसबुक लॉगिन किया था। 4 नवंबर को उनके मोबाइल पर वीडियो कॉल आई। वीडियो कॉल में दूसरी तरफ से एक नग्न महिला दिख रही थी। उन्होंने तुरंत कॉल काट दिया था।
इसके एक घंटे बाद जालसाज ने पुलिस ऑफिसर बनकर बुजुर्ग को डरा-धमकाकर 74 हजार रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाए। धमकी दी थी कि ऐसा नहीं करने पर फर्जी केस में जेल भेज देंगे। साइबर अपराधी ने वॉट्सएप वीडियो कॉल पर सीनियर आईपीएस ऑफिसर रह चुके प्रेमप्रकाश बनकर बातचीत की, जो कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश में एडीजी पद से रिटायर हुए हैं।
पुलिस मान रही है कि पुलिस अफसर का चेहरा दिखाने के लिए आरोपियों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल किया होगा। अगर ऐसा साबित होता है, तो ये यूपी का पहला मामला होगा। गाजियाबाद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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Source : IANS