भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री और सिंधिया राजघराने के प्रतिनिधि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि ज्ञानवापी के कुएं में शिवलिंग का संरक्षण सिंधिया राजघराने की महारानी बैजाबाई ने किया था।
दरअसल, ज्ञानवापी के वजूखाने में शिवलिंग का मामला तूल पकड़े हुए है। इसी बीच सिंधिया ने ग्वालियर में रामलीला समारोह में कहा कि विदेशी आक्रांताओं ने जब हमले किए तब सिंधिया राजघराने के महादजी सिंधिया ने काशी में मंदिरों का संरक्षण किया, इतना ही नहीं वहां घाटों का निर्माण भी सिंधिया राजघराने ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ग्वालियर प्रवास के दौरान सिंधिया राज घराने और काशी के रिश्तों का जिक्र किया था।
सिंधिया ने अपने परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में कहा कि महादजी सिंधिया के शासनकाल में जब विदेशी आक्रांता हमारे देश में आए और उन्होंने यहां की धार्मिक धरोहरों को मिटाने की कोशिश की तो सिंधिया राजघराने की तरफ से अनेक मंदिरों का संरक्षण किया गया। महारानी बैजाबाई ने ज्ञानवापी कुएं में शिवलिंग का संरक्षण करके माता अहिल्याबाई के साथ दोबारा काशी को स्थापित किया था।
ज्ञात हो ज्ञानवापी में शिवलिंग का मामला वर्तमान में न्यायालय में है और इस पर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है।
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Source : IANS