केंद्रीय मंत्री एवं मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस की जातिगत जनगणना को लेकर की जा रही बयानबाजी पर तंज सका है और कहा है, कांग्रेस का रिकॉर्ड खराब है, उसकी गारंटी झूठी है और उसके सपने हकीकत से दूर हैं।
भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए यादव ने कहा, पूरा देश इस बात को जानता है कि जनगणना करने का कार्य केंद्र सरकार का है। जनगणना से राज्य सरकारों का कोई लेना-देना नहीं है। यह हकीकत उन दलों और नेताओं को भी पता है जो जातिगत जनगणना को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस झूठ और भ्रम फैलाने की राजनीति से वह बाज नहीं आ रही है। कांग्रेस का रिकॉर्ड खराब है, उसकी गारंटी झूठी है और सपने हकीकत से दूर हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जातिगत जनगणना के बारे में कांग्रेस का बयान उसका एक और झूठ ही है। पूरा देश जानता है कि देश में जब मंडल आयोग की बात संसद में आई थी तो दिवंगत राजीव गांधी ने उसका विरोध किया था। यह बात पॉर्लियामेंट के रिकॉर्ड में दर्ज है। 50 के दशक में जब काका कालेलकर कमीशन की रिपोर्ट आई और 80 के दशक में मंडल आयोग की रिपोर्ट आई तो कांग्रेस की सरकारों ने उन्हें भी दबा दिया और लागू नहीं होने दिया। देश इस बात को भी जानता है कि जिस समय राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष और सांसद थे और देश में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार थी, तब ओबीसी समाज के द्वारा जो संवैधानिक आयोग बनाने की मांग की गई थी, उसे भी कांग्रेस की सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था।
यादव ने कहा, मैं राहुल गांधी से यह पूछना चाहूंगा कि अगर उनको ओबीसी से इतना प्रेम है तो वह यह बताएं कि 1950 से लेकर 1992 तक इस देश के नौजवानों को ओबीसी का रिजर्वेशन क्यों नहीं मिला? इस देश के विश्वविद्यालयों से जो हमारे पढ़े-लिखे बच्चे निकलते थे, उनको नौकरियों में आरक्षण क्यों नहीं मिला? हमारे देश के जो ओबीसी के वर्ग के युवा मेडिकल, इंजीनियरिंग जैसे कॉलेजों में जाया करते थे, उनको आगे बढ़ने का अवसर कांग्रेस के राज में क्यों नहीं मिला?
यादव ने कहा कि राहुल गांधी स्वयं ओबीसी समाज के बड़े नेताओं को जाति के नाम पर गाली देते रहे हैं। ऐसे में उन्हें कुछ भी कहने से पहले अपना और पार्टी का ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए।
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Source : IANS